स्वच्छता पखवाड़ा

( Swachhta pakhwada )

 

दरिद्रता मिलकर दूर भगाये
चलो हम वतन को स्वच्छ बनायें

कोई भी बीमारी घर न करेगी
धन वैभव से लक्ष्मी घर को भरेगी

घर घर सफाई हम सब करायें
चलो हम वतन को स्वच्छ बनायें

खुद को बड़ा न दूजे कह पायें
हमारे वतन के सभी गुण गायें

विदेशियों को झलक दिखायें
चलो हम वतन को स्वच्छ बनाये ।

विदेशी यहाँ पर घूमने जब आयें
चहुँओर स्वच्छ भारत को लखायें

विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ायें
चलो हम वतन को स्वच्छ बनायें ।

मन को भी अपने साफ करें हम
बुरी भावनाओ को दूर करें हम

यहाँ की बाते विदेशी वहाँ जा बतायें ।
चलो हम वतन को स्वच्छ बनायें ।

 

आशा झा
दुर्ग ( छत्तीसगढ़ )

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