मन का महफ़िल | Man ka Mehfil
मन का महफ़िल
( Man ka mehfil )
( Man ka mehfil )
मशाल ( Mashaal ) बढ़ रह सैलाब इधर तुम्हे अभी रहनुमा चाहिए उठा लो खड़ा हाथों मे तुम अब हमे निजी सुरक्षा चाहिए.. लगी आग जिन घरों मे देखो भीतर से खिंचती बेटियां देखो देखो न अब केवल रोटियां तुम गर्त मे गिरती पीढियां देखो… रसूख, न दौलत , न जात देखो हो रहे…
केवल पन्द्रह मिनट ( Keval pandrah minute ) 1 – एक बात तू सुन ले चाईना 2 – दूसरी बार हम तो नही कहना 3 – तीसरी बार कर तीजे की तैयारी 4 – चौथी बार हम नही समझाना 5 – पांच मिनट में तेरे तम्बू समेट 6 – छ में छक्का लगा देगें…
आजादी के शहजादे ( Azadi ke shahzade ) अठाईस सितंबर धन्य हुआ,तेईस मार्च की स्तुति में अठाईस सितंबर उन्नीस सौ सात, शहीदे आजम हिंद अवतरण । रज रज अति उमंग उल्लास, सर्वत्र अप्रतिम खुशियां संचरण । फिरंगी सिंहासन हिला डाला, प्रतिभाग कर क्रांतिकारी युक्ति में । अठाईस सितंबर धन्य हुआ, तेईस मार्च की स्तुति…
पतंग ( Patang ) *** पतली सी डोर लिए हवाओं से होड़ लिए गगन में उड़ता फर फर ऊपर नीचे करता सर सर। बालमन युवामन को यह भाए विशेषकर मकर संक्रांति जब आए। यूं तो सालों भर बिकता है पतंग, बच्चे उड़ाते होकर मलंग । लिए चलें पतंग सभी, मैदानों को जाएं, या फिर किसी…
नाम नही ( Naam Nahi ) संघर्षो के रूग्ण धरातल, पे अब उनका नाम नही। जाने कितने कटे मरे पर, कही भी उनका नाम नही। ये आजादी चरखे के, चलने से हमको नही मिली, लाखों ने कुर्बानी दी पर, कही भी उनका नाम नही। बूंद बूंद मिलती है तब ये, सागर विस्तृत…
आंचल की छांव ( Aanchal ki chhaon ) वात्सल्य का उमड़ता सिंधु मां के आंचल की छांव सुख का सागर बरसता जो मां के छू लेता पांव तेरे आशीष में जीवन है चरणों में चारो धाम मां सारी दुनिया फिरूं भटकता गोद में तेरे आराम मां मेरे हर सुख दुख का पहले …