ज़िन्दगी का कोई बसेरा

ज़िन्दगी का कोई बसेरा | Zindagi ka koi basera | Ghazal

ज़िन्दगी का कोई बसेरा ( Zindagi ka koi basera )   ज़िन्दगी का कोई बसेरा ढून्ढ रहा हूँ में तो बस ज़ीस्त का एक इशारा ढून्ढ रहा हूँ   एक सुर्खियों में बंधा हुआ शाम का तरन्नुम समाये सवेरा ढून्ढ रहा हूँ   उजालो से अब दिल उक्ता गया है में दिन में चाँद, सितारा…

शौक़, ना शौक़-ए-जुस्तुजू बाक़ी

ना शौक़, ना शौक़-ए-जुस्तुजू बाक़ी | Ghazal

ना शौक़, ना शौक़-ए-जुस्तुजू बाक़ी ( Na shoq-na- shoq-e -justaju baki )   ना शौक़, ना शौक़-ए-जुस्तुजू बाक़ी बस दीदार-ए-यार से रहा रु-ब-रु बाक़ी   इस क़दर टूट कर नूर-ए-मुजस्सम को चाहना की रहे ना जिस्म में कोई क़तरा, कोई लहू बाक़ी   कट रही है ज़िन्दगी अपनी ही रफ़्तार में सफर मगर हमारा रहा…

गीत लिखे हजार मगर

गीत लिखे हजार मगर | Geet likhe hajar magar

गीत लिखे हजार मगर ( Geet likhe hajar magar )   गीत लिखे हजार मगर गाया ना जा सके दर्द मिले ऐसे की बताया ना जा सके इस ज़ुबानी फ़र्क़ की इम्तेहान में खुद को बचाया ना जा सके लिखा है कुछ तो मगर क्या लिखे ऐसे की जनाया ना जा सके शोर इतना हो…

दयार-ए-इश्क़ से डर गए हम भी

दयार-ए-इश्क़ से डर गए हम भी | Dayaar -e- ishq

दयार-ए-इश्क़ से डर गए हम भी ( Dayaar -e- ishq se dar gaye hum bhi )   दयार-ए-इश्क़ से डर गए हम भी फिर तेरे तलाश में दर-ब-दर गए हम भी   ज़िन्दगी भर बूतान-ए-इश्क़ के किस्से सुने और पयान-ए-शौक़ से गुज़र गए हम भी   तलाश में ना आगे बढ़ा, ना वहां से लौट…

उदासी भरी जीस्त

उदासी भरी जीस्त | Udasi ghazal

उदासी भरी जीस्त ( Udashi bhari jist )   सफ़र कट रहा है ग़म मे जिंदगी का नहीं कर पाया हूँ सफ़र भी ख़ुशी का   उदासी भरी जीस्त तन्हा न कटती मिला साथ होता तेरी दोस्ती का   भुला दे सभी दिल से शिकवे गिले तू रवां छोड़ो भी दिल से ये दुश्मनी का…

कर गये बदनाम

कर गये बदनाम | Kar gaye badnam | Ghazal

कर गये बदनाम ( Kar gaye badnam )   नजरों मे उनकी अनदेखा हो गये जिंदगी मे आज तन्हा हो गये   कर गये बदनाम ऐसा वो हमें प्यार मे हम आज रुसवा हो गये   पेश आये इस तरह से आज वो प्यार के हर शब्द खारा हो गये   वो हक़ीक़त मे हमारे…

बातें रायेगानी हो रही है

बातें रायेगानी हो रही है | Baaten rayegani ho rahi hai

बातें रायेगानी हो रही है ( Baaten rayegani ho rahi hai )   में उसके क़ुरबत में और ज़माने मुझसे दूर हो रही है   जहाँ से दुनिया फ़ना होती है वहाँ से मेरी कहानी सुरु होती है   सारे जहां में वस्वसे उड़ रही है शम्स की तलब में देखो लोग किस क़दर बौखला…

उन् अहल-ए-वफ़ा का कहानी लिए

उन् अहल-ए-वफ़ा का कहानी लिए | Ghazal ahl-e-wafa

उन् अहल-ए-वफ़ा का कहानी लिए ( Un ahle-wafa ki kahani liye )   एक पाक महफ़िल-ए-दानिश में पहले पहल जब हुई मुलाक़ात बातें कम और आँखें ज्यादा बोलेंगे   उन् अहल-ए-वफ़ा का कहानी लिए आँखें झपक रहा था उन्हें क्या मालूम किन कशिशो से ये शफ़क़ गुज़र रहा था   वो सुरों की अनसुने कहानी…