समझें गर जो दोस्ती दुश्मनी नहीं होती
समझें गर जो दोस्ती दुश्मनी नहीं होती ( Samajhen gar jo dosti dushmani nahi hoti ) समझें गर जो दोस्ती दुश्मनी नहीं होती! मुहब्बत के ही बिना जिंदगी नहीं होती करे चुगली हर घड़ी जो सदा आपकी ही उसको जीवन में कभी फ़िर ख़ुशी नहीं होती ख़िलाफ़ वो गर न होता अपना…