जिंदगी क्यों तेरी मर गई आरजू

Dard Bhari Ghazal | जिंदगी क्यों तेरी मर गई आरजू

जिंदगी क्यों तेरी मर गई आरजू  ( Jindagi kyon teri mar gai aarzoo )     जिंदगी  क्यों  तेरी  मर गई आरजू अब न दिल में कोई भी बची आरजू   चाहकर भी नहीं कुछ उसे कह सका रोज़  दिल  में  तड़फती रही आरजू   ढूंढ़ता  ही  रहा  हूँ  गली दर गली जिंदगी की मेरी…

भीगी सी अश्कों से दिल की जमीन है

Ghazal | भीगी सी अश्कों से दिल की जमीन है

भीगी सी अश्कों से दिल की जमीन है ( Bhigi Si Ashkon Se Dil Ki Zameen Hai )     भीगी सी अश्कों से दिल की जमीन है! यें   जिंदगी   अधूरी   तेरे   बिन   है   ऐसा मिला दग़ा खुशियों से ही मुझे दिल  रोज़  रहता मेरा ही हज़ीन है   वो तोड़कर गया क्यों रिश्ता…

बर्बादियों का ग़म न शिकवा बेवफाई का

Ghazal | बर्बादियों का ग़म न शिकवा बेवफाई का

बर्बादियों का ग़म न शिकवा बेवफाई का (Barbadiyon Ka Gham Na Shikwa Bewafai Ka)   बर्बादियों  का  ग़म न शिकवा बेवफाई का। हमको मिला है ये सिला तो आशनाई का।। था फ़लसफ़ा कुछ भी नहीं गुमराह हम हुए। अफसोस  होता  है  तेरी उस रहनुमाई का।।   बदनाम  हम को कर गए दिल को लगा के…

Door Jub Se Khoosi Ke Saye Ho Gaye

Ghazal | दुर जब से ख़ुशी के साये हो गये

दुर जब से ख़ुशी के साये हो गये ( Door Jub Se Khoosi Ke Saye Ho Gaye )   दुर जब से ख़ुशी के साये हो गये! जख़्म दिल में ग़म के गहरे हो गये   कौन सच्ची  वफ़ायें निभाता है अब देखिए  अब  दिलों में धोखे हो गये   आंख भरके वफ़ा की नहीं…

दोस्ती का हक अदा कर!

Dosti Ka Haq | दोस्ती का हक़ अदा कर

दोस्ती का हक अदा कर! ( Dosti Ka Haq Ada Kar )     दोस्ती का हक अदा कर! इतनी दिल से तू वफ़ा कर   दिल से रिश्ता तू निभालें दिल न अपना बेवफ़ा कर   दें वफ़ा तू जिंदगी भर यूं न उल्फ़त में जफ़ा कर   साथ बनकर हम सफ़र चल हर…

हमेशा ही रहे हम तो बुरे उनकी निगाहों में

Ghazal | हमेशा ही रहे हम तो बुरे उनकी निगाहों में

हमेशा ही रहे हम तो बुरे उनकी निगाहों में ( Hamesha hi Rahe Ham To Bure Unke Nigahon Mein )     हमेशा  ही  रहे  हम तो बुरे उनकी निगाहों में। गुनहगारों में की गिनती रहे जब बेगुनाहों में।।   बिना सोचे बिना समझे कई इल्ज़ाम दे डाले। जिगर का दर्द पढ़ पाए नहीं वो…

साथ में कोई नहीं मेरे चला है

Ghazal | साथ में कोई नहीं मेरे चला है

साथ में कोई नहीं मेरे चला है ( Saath Mein Koi Nahi Mere Chala Hai )   साथ   में  कोई  नहीं  मेरे  चला  है दुश्मनों से ही आज़म तन्हा लड़ा है   प्यार के मुझको मिले मरहम नहीं थें अपनों से ही जख़्म बस मिलता रहा है   मैं  ख़ुशी  से  मुस्कुरा  पाया  नहीं  हूँ…

दिलों के टूटने की जब कभी शुरुआत होती है

Ghazal | दिलों के टूटने की जब कभी शुरुआत होती है

दिलों के टूटने की जब कभी शुरुआत होती है ( Dilon Ke Tootne Ki Jab Kabhi Shuruaat Hoti Hai )   दिलों  के  टूटने  की  जब  कभी शुरुआत होती है। कहो कब चैन मिलता है तङफ दिन-रात होती है।।   बहुत  मजबूत  होते  हैं  ग़मों को झेलने वाले। कभी भी उनकी आंखों से नहीं बरसात…

क्या खता थी नजर मिलाना था

Ghazal | क्या खता थी नजर मिलाना था

क्या खता थी नजर मिलाना था ( Kya Khata Thi Nazer Milana Tha )     क्या  ख़ता  थी  नजर मिलाना था, लेके  खंजर  खड़ा  ज़माना  था।। हादशा   हुआ   तो   हुआ   कैसे, कुछ ही लोगों का आना जाना था‌।। मैं ही खुशबू हूं उनके गुलशन की, उनका  हरदम  यही  बहाना था।। बहुत  सम्भाला  मगर  टूट…

अपनों ने गम से ही भरा जीवन

Sad Ghazal | अपनों ने गम से ही भरा जीवन

अपनों ने गम से ही भरा जीवन ( Apno Ne Gham Se Hi Bhara Jeevan )     अपनों ने ग़म से ही भरा जीवन लूटकर सुख ऐसा किया जीवन   आंसू ग़म इतने है मिले मुझको हाँ  ख़ुशी  के लिए जला जीवन   तोड़कर  प्यार  की  दीवारे  वो ग़म भरा मेरा कर गया जीवन…