जंग लगी हो गर लोहे में तो ताले नहीं बनाते

Kavita | जंग लगी हो गर लोहे में तो ताले नहीं बनाते

जंग लगी हो गर लोहे में तो ताले नहीं बनाते ( Jang Lagi Ho Gar Lohe Mein To Tale Nahin Banate )   जंग लगी हो गर लोहे में तो ताले नहीं बनाते  गरीब गर गरीब है तो लोग रिश्ते नहीं बनाते   जर्जर हो गर बुनियाद तो मीनारें रूठ जाती हैं सुखे हो गर…

रिश्ता प्यार का जोड़ना चाहता हूँ

Ghazal | रिश्ता प्यार का जोड़ना चाहता हूँ

रिश्ता प्यार का जोड़ना चाहता हूँ ( Rishta Pyar Ka Jodna Chahta Hoon )   रिश्ता प्यार का  जोड़ना चाहता हूँ! दीवारें नफ़रतें  तोड़ना चाहता हूँ   मिली है किसी दर से ही बेदिली है अब यें शहर मैं छोड़ना चाहता हूँ   ख़फ़ा होते है लोग मुझसे यहां कुछ यहां सच जब भी बोलना…

इक़रार ए मुहब्बत का वो ज़वाब देता

Love Shayari | इक़रार ए मुहब्बत का वो ज़वाब देता

इक़रार ए मुहब्बत का वो ज़वाब देता ( Iqrar -E- Muhabbat Ka Wo Jawab Deta )   इक़रार  ए  मुहब्बत  का  वो  ज़वाब देता तो मैं उसे मुहब्बत का आज़म गुलाब देता   अहसास नफ़रतों का लगता नहीं मुझे फ़िर जो  प्यार  की  रवानी  दिल से ज़नाब देता   कर  लेता  वो मुहब्बत मेरी क़बूल…

मुझे आजाद कर दो

Laghukatha | मुझे आजाद कर दो

वेंटिलेटर पर पड़ी वह बार-बार एक ही बात बोले जा रही है “मैं मर जाना चाहती हूं,प्लीज मुझे मर जाने दो।” जिंदगी और मौत के बीच झूलती उस लड़की को जिंदगी से इस कदर नफरत हो गयी है कि अपने हाथों से ऑक्सीजन मास्क,तमाम नलियां नोचने की कोशिश कर रही है। नर्सें उसके दोनों हाथ…

करो शिकवा किसी से मत ग़मों को झेलना सीखो

Ghazal | करो शिकवा किसी से मत ग़मों को झेलना सीखो

करो शिकवा किसी से मत ग़मों को झेलना सीखो ( Karo Shikawa Kisi Se Mat Gamon Ko Jhelna Sikho)   कभी शिकवा नहीं करना ग़मों को झेलना सीखो। लिखा  तकद़ीर में रब ने उसी से जूझना सीखो।।   जो होता है उसे मर्जी खुदा की मान लेना तुम। सदा ही अपनी मर्जी को परे तुम…

छोड़ दें करनी नहीं यें मयकशी अनमोल है

Ghazal | छोड़ दें करनी नहीं यें मयकशी अनमोल है

छोड़ दें करनी नहीं यें मयकशी अनमोल है ( Chod Den Karni Nahi Ye Mayakashi Anamol Hai )     छोड़ दें करनी नहीं यें मयकशी अनमोल है देखिए  यारों  बहुत  ही जिंदगी अनमोल है     तोड़ना  मत  तू  कभी  भी दोस्ती ए यार यें  दिल में रखना तू बसाकर दोस्ती अनमोल है  …

Ghazal | रहेगा धन पङा यूं ही बढ़ाओ प्यार जीवन में

Ghazal | रहेगा धन पङा यूं ही बढ़ाओ प्यार जीवन में

रहेगा धन पङा यूं ही बढ़ाओ प्यार जीवन में ( Rahega Dhan Pada Yun Hi Badhao Pyar Jivan Mein )   रहेगा  धन  पङा  यूं ही बढ़ाओ प्यार जीवन में।। समझ ले बात ये मौका न कर बेकार जीवन में।। करो जी-जान से उनकी हमेशा ही हिफाजत तुम। दिलों से रिश्ते-नातों का करो सत्कार जीवन…

हमारा संविधान

हमारा संविधान | Kavita

हमारा संविधान ( Hamara Samvidhan ) ***** दिया है हक हमें लड़ने का बढ़ने का डटने का सपने देखने का बोलने का समानता का अपनी मर्ज़ी से पूजन शिक्षण करने का आजादी से देश घूमने का। किसी भूभाग में आने जाने का बसने और कमाने खाने का। न कोई रोक टोक न कोई भेदभाव सभी…

में तेरे घर को देखे बगैर वहां से जा भी नहीं सकता

Ghazal | मैं तेरे घर को देखे बगैर वहां से जा भी नहीं सकता

मैं तेरे घर को देखे बगैर वहां से जा भी नहीं सकता ( Mein Tere Ghar Ko Dekhe Bagair Wahan Se Ja Bhi Nahin Sakta )     मैं तेरे घर को देखे बगैर वहां से जा भी नहीं सकता और फिर खुदको में यही बात समझा भी नहीं सकता   तेरे याद को बेरुखी…

Ek Maa Ki Bebasi

एक मां की बेबसी | Kavita

एक मां की बेबसी ( Ek Maa Ki Bebasi ) विकल्प नहीं है कोई देखो विमला कितना रोई सुबककर दुबककर देख न ले कोई सुन न ले कोई उसकी पीड़ा अनंत है समाज बना साधु संत है जानकर समझकर भी सब शांत हैं किया कुकृत्य है शोहदों ने जिनके बाप बैठे बड़े ओहदों पे सुधि…