पर्यावरण | Paryaavaran par kavita
पर्यावरण ( Paryaavaran ) वृक्ष धरा का मूल भूल से इनको काटो ना , नदी तालाब और पूल भूल से इनको पाटो ना! वृक्षों से हमें फल मिलता है एक सुनहरा कल मिलता है पेड़ रूख बन बाग तड़ाग , सब धरती के फूल … भूल से इनको काटो ना .. इनकी करो…