पर्यावरण | Paryaavaran par kavita
पर्यावरण
( Paryaavaran )
( Paryaavaran )
तू ही खुशियों का खजाना ( Tu hi khushiyon ka khajana ) मन मोहक मुस्कान तेरी हर लेती है व्यथा मेरी। तू ही खुशियों का खजाना शरण आया प्रभु तेरी। हे ईश्वर तू अंतर्यामी तू रखवाला तू ही है स्वामी। घट घटवासी लखदातार सबके रक्षक सृजनहार। सारी सृष्टि के संचालक है परमेश्वर तुम हो…
तमन्ना ( Tamanna ) दिल में यही तमन्ना है कोई मेरे मन जैसा प्रेम करें आये जिन्दगी में तन्हाई दूर करे रूठे खुशियां को मनाए छुपी मुस्कराहट को होंठों पे लाए तमन्ना है प्रेम की कोई असीम प्रेम करे दर्द की सन्नाटों से दूर लाकर हंसी की ही आवाज सुनाए मचले मन को स्थिर…
पंडित श्रद्धाराम फिल्लौरी ( Shardha Ram Phillauri ) हे! संत साहित्य सरोवर के, मैं तुझ पे अभिमान करूँअर्पण करके क़लम मैं तुझको, हृदय से सम्मान करूँ॥ सहज सरल व्यक्तित्व तुम्हारा, साहित्य अद्भुत रचा न्याराबहायी प्रेम की रस-धारा, शत-शत मैं प्रणाम करूँ॥ विश्व-विख़्यात लिखी आरती, सभी के हृदय को जो ठारतीनत-मस्तक हैं सभी भारती, मैं भी…
हम हंसते गाते छोटे छोटे नन्हे बच्चे हैं ( Bal Sahitya Rachna ) हम हंसते गाते छोटे छोटे नन्हे बच्चे हैं तुतलाती तुतलाती बोली मन के सच्चे हैं बढ़ जाएंगे कदम हमारे खुले आसमान में अच्छे काम करेंगे हम भी भारत मां की शान में तूफानों से टकराना तो खूब मन को…
इस बार दिवाली में ( Is Baar Diwali Mein ) चौखट पर रख आना एक दिया इस बार दिवाली मेंप्राण निछावर कर दिए जिसने देश की रखवाली में तम ने है किया बसेरा दिन रात घनघोर काली मेंचौखट पर रख आना एक दिया इस बार दिवाली में बिंदी छूटा कंगन टूटा सुना सुना जीवन है…
मेरा भारत सबसे प्यारा ( Mera Bharat Sabse Pyara ) विश्व पटल गुरु पदवी, उद्गम स्थल सनातन धर्म । ऋषि मुनि वृंद तपोभूमि, श्रम निष्ठता सफलता मर्म । नैसर्गिक सौंदर्य मनभावन, परिवेश मानवता उन्मुख सारा । मेरा भारत सबसे प्यारा ।। अनूप संस्कृति स्नेहिल छटा, मर्यादा परंपरा जीवन दर्शन । तीज त्यौहार व्रत मनोरमा, रग…