प्यार भरा दिल  मेरा तोड़ कर वो गया

प्यार भरा दिल मेरा तोड़ कर वो गया | Sad Shayari

प्यार भरा दिल  मेरा तोड़ कर वो गया ( Pyar bhara dil mera tod kar wo gaya )     प्यार भरा दिल  मेरा तोड़कर वो गया  उम्रभर  के  लिये  छोड़कर  वो  गया   देखता  रह  गया  बेबसी  से  उसे मुझसे ही मुंह अभी मोड़कर वो गया   लें  गया  वो  निशानी  सगाई  की  ही…

प्यार में आज़म कब वो वफ़ा दें गया

Udashi Bhari Shayari | प्यार में आज़म कब वो वफ़ा दें गया

प्यार में आज़म कब वो वफ़ा दें गया ( Pyar Me Azam Kab Wo Wafa De Gaya )   प्यार में आज़म कब वो वफ़ा दें गया इस क़दर प्यार में वो दग़ा दें गया   प्यार के ही बढ़ाएं क़दम थें जिसनें हर क़दम पे वो अब फ़ासिला दें गया   तोड़कर वो सगाई…

दिल से ही रोज़ आहें निकलती रही

Sad Ghazal | दिल से ही रोज़ आहें निकलती रही

दिल से ही रोज़ आहें निकलती रही ( Dil se hi roz aah nikalti rahi )   दिल से ही रोज़ आहें निकलती रही! जीस्त यादों में उसकी गुजरती रही   कब मिला है ठिकाना ख़ुशी का कोई जिंदगी  रोज़  ग़म  में भटकती रही   डूब रही है ये  बेरोजगारी में ही जिंदगी कब यहां…

साथ में कोई नहीं मेरे चला है

Ghazal | साथ में कोई नहीं मेरे चला है

साथ में कोई नहीं मेरे चला है ( Saath Mein Koi Nahi Mere Chala Hai )   साथ   में  कोई  नहीं  मेरे  चला  है दुश्मनों से ही आज़म तन्हा लड़ा है   प्यार के मुझको मिले मरहम नहीं थें अपनों से ही जख़्म बस मिलता रहा है   मैं  ख़ुशी  से  मुस्कुरा  पाया  नहीं  हूँ…

तुम इतनी कठोर

sad shayari in hindi || तुम इतनी कठोर

तुम इतनी कठोर ( Tum Itni Kathor )   तुम इतनी कठोर कैसे हो सकती हो..? क्या भूले से भी मेरे नाम से तुम्हारा दिल नहीं धड़कता…..   तुम्हारे दिल में मेरे लिए थोड़ा सा भी प्रेम नहीं है क्या जो इतनी बे-मुरोव्वत बन गई हो….   एक हमारी हालात है कि एक पल का…

तेरे हाथों में कब गुलाब है

sad shayari || तेरे हाथों में कब  गुलाब है

तेरे हाथों में कब गुलाब है ( Tere Haathon Mein Kab  Gulab Hai )   तेरे हाथों में कब  गुलाब है पत्थर मारने को  ज़नाब है   मेरा  प्यार इंकार कर गया उसी का ही बस आता ख़्वाब है   ख़ुशी का नहीं शब्द है लिखा ग़मों की लिखी ये क़िताब है   नहीं प्यार…

चोट वफ़ा में ही खाई है

Udasi Bhari Shayari | Sad Shayari -चोट वफ़ा में ही खाई है

चोट वफ़ा में ही खाई है ( Chot Wafa Mein Hi Khai Hai )     चोट वफ़ा  में ही  खाई है ! ग़म की दिल में तन्हाई है   जो अपनी थी ए दोस्त कभी  वो   राहें   आज   पराई   है   देखा जब से उसको मैंनें आंखों  में  ही परछाई है   ग़ैर हुआ…

जिंदगी की ही नहीं कोई सहेली है यहां

Sad Ghazal -जिंदगी की ही नहीं कोई सहेली है यहां

जिंदगी की ही नहीं कोई सहेली है यहा     जिंदगी की ही नहीं कोई सहेली है यहां कट रही ये जिंदगी आज़म अकेली है यहां   खा गया हूँ मात उल्फ़त में किसी से मैं यारों प्यार की इक चाल मैंनें भी तो खेली है यहां   नफ़रतों की ही मिली है चटनी खाने…

किसानों का दर्द 

kisan shayari -kisan shayari in hindi -किसानों का दर्द

किसानों का दर्द  ( Kisano Ka dard )     जो फ़सल बोता है, वह इसे काटना भी जानता है; ये किसान है अपना हक़ लेना भी बख़ूबी जानता है ।   ना जाने, वक़्त भी अकसर कैसे-कैसे रंग दिखाता है; सबका पेट भरने वाला आजकल सड़कों पर भूखा सो जाता है ।   उस…

यूं न झूठा हां सनम वादा करो

Sad Shayari | Sad Ghazal -यूं न झूठा हां सनम वादा करो

यूं न झूठा हां सनम वादा करो   ( Yoon Na Jhootha Haan Sanam Wada Karo )     यूं न झूठा हां सनम वादा करो! जो भी वादा प्यार में सच्चा करो   दो वफ़ाये उम्रभर के ही लिए प्यार में ही  यूं नहीं  धोखा करो   वरना राहों  मे अंधेरे होते है चाँद…