तुम मिले | Tum Mile
तुम मिले… सब कुछ मिल गया
( Tum mile sab kuch mil gaya )
तुम मिले बहारें आई समझो सब मिल गया।
चेहरों पे रौनक छाई खुशियों से खिल गया।
दिल को करार आया लबों पे प्यार आया।
मौसम दीवाना हुआ मन ये मेरा हरसाया।
प्रेम के तराने उमड़े हृदय प्रीत की घटाएं छाई।
झूम उठा दिल दीवाना जिंदगी में जब तू आई।
मनमंदिर में हलचल हुई धड़कने भी गाने लगी।
दिलों का चमन महका ये अदाएं लुभाने लगी।
प्यार का सागर दिल में शब्दों के मोती आए।
गीत सुहाने लब से प्रीत का सावन बरसाए।
मतवाला मन ये मेरा रस्ता देख रहा है तेरा।
नैनो को चैन आए देख लूं जब चेहरा तेरा।
कवि : रमाकांत सोनी सुदर्शन
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )