प्रति वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाते हैं और 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाते हैं। दोनों का उद्देश्य हिंदी का प्रसार करना है । साल 2024 में विश्व हिंदी दिवस की थीम है ‘हिंदी पारंपरिक ज्ञान से कृत्रिम बुद्धिमत्ता को जोड़ना’।
राष्ट्रीय हिंदी दिवस भारत में हिंदी को आधिकारिक दर्जा मिलने की खुशी में मनाते हैं, वहीं विश्व हिंदी दिवस दुनिया में हिंदी को वही दर्जा दिलाने के प्रयास में मनाया जाता है।यह उस दिन को चिह्नित करता है जब वर्ष 1949 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations’ General Assembly- UNGA) में पहली बार हिंदी बोली गई थी। यह विश्व के विभिन्न हिस्सों में स्थित भारतीय दूतावासों द्वारा भी मनाया जाता है।
वर्ष 2018 में मॉरीशस के पोर्ट लुइस में विश्व हिंदी सचिवालय (World Hindi Secretariat) भवन का उद्घाटन किया। 10 जनवरी 2006 को पहली बार पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा विश्व हिंदी दिवस मनाया गया था और तब से इसे वैश्विक भाषा के रूप में प्रचारित करने के लिए 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।
उसके बाद से भारतीय विदेश मंत्रालय ने विदेश में 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस मनाए जाने की पहल की जो अनवरत रूप से जारी है।
विश्व हिन्दी दिवस हर साल 10 जनवरी को इसलिए भी मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन 1975 में नागपुर में पहले विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा किया गया था, जिसमें 30 देशों के 122 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।
विश्व हिन्दी दिवस 10 जनवरी के अवसर पर, भारतवर्ष के सभी कार्यालय हिन्दी कार्यक्रम जैसे – हिन्दी समीक्षा बैठक, हिन्दी प्रतियोगिताएं, हिंदी कार्यशाला, राजभाषा – संगोष्ठी/ सम्मेलन , आंतरिक कवि गोष्ठी /व्याख्यानादि का आयोजन करते हैं।
दिशा मिश्रा
जयपुर