वृक्षमित्र श्रवण कुमार जाखड़ | Vrikshamitra
वृक्षमित्र श्रवण कुमार जाखड़
( Vrikshamitra Shravan Kumar Jakhar )
वृक्षमित्र संजीवनी संवाहक श्रवण कुमार जाखड़।
धन्य आपका जुनून जज्बा मृदुवाणी मधुर भाषण।
पेड़ लगाते पेड़ बांटते जब हरियाली धरा पर छाई।
आओ वृक्ष लगाएं हम मिलकर मुहिम एक चलाई।
शिक्षक सरल स्वभाव शांति के सदा रहे उपासक।
आयोजन में धर्म निभाएं पेड़ों की रक्षा हो भरसक।
यह कोशिश प्रयास निरंतर मान्यवर रखना जारी।
नाम नहीं बस काम बोलता कुदरत भी है आभारी।
सम्मान की नहीं चिंता मानवता के आप पुजारी।
सभ्य सुशील वृक्ष प्रेमी मुहिम यह जन हितकारी।
ज्ञान दीप आलोकित घट में कर देते उजियारा।
प्राण वायु संचार जगत में जनजीवन है प्यारा।
पर्यावरण के सजग प्रहरी आप वृक्षों के रखवाले।
सादर वंदन करे लेखनी हे पल्लव प्रेमी मतवाले।
शेखावाटी सिरमौर आप जिले के चमकते सितारे।
राजस्थान के गौरव शिक्षक वृक्षों के मित्र हो प्यारे।
कवि : रमाकांत सोनी
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )