हिफ़ाज़त वतन की | Watan par Shayari
( हिफ़ाज़त वतन की )
Watan par Shayari
करो हर क़दम पे हिफ़ाज़त वतन की
करो सब वफ़ा से मुहब्बत वतन की
अदू ख़ौफ़ खाए सदा भारत से ही
बनो वो हमेशा ही ताक़त वतन की
करे है मदद इक दूसरे की हमेशा
बड़ी अच्छी है ही शराफ़त वतन की
चलेगी मेरी सांस जब तक जहाँ में
करूंगा हमेशा हिमायत वतन की
बचेगा न दुश्मन किसी मोड़ पे तू
पड़ेगी ये महंगी अदावत वतन की
कभी कम न हो ख़ूबसूरत हमेशा
फ़बन रखना ऐ रब सलामत वतन की
न इस पार आना नहीं है मरोगे
अदू को यहीं है नसीहत वतन की
हमेशा ही बोलेगा जय हिंद आज़म
यहाँ इस क़दर है मुहब्बत वतन की