यादों की तानी रजाई!
यादों की तानी रजाई!
यादों की तानी रजाई!
लम्बी रातें है तन्हाई
ख़्वाब में आता नहीं वो
हाँ उदासी दिल पे छाई
चैन नहीं है रात भर अब
याद जब से उसकी आई
सोच में डूबा दिल उसकी
चोट दिल पे ऐसी खाई
हो चुका वो ग़ैर आज़म
ये बताये अब पुरवाई
मुझे अच्छाई का रास्ता दिखाता है! ( Mujhe acchai ka rasta dikhata hai ) मुझे अच्छाई का रास्ता दिखाता है! जमीर मेरा मुझे आइना दिखाता है कभी पूरे जो नहीं पायेगे जीवन में ही निगाहों में ख़्वाब ऐसे नया दिखाता है झूठा है दिल वो बड़ा मगर अपने यारों मगर मुझे…
उल्फ़त का कभी अच्छा अंजाम नहीं होता उल्फ़त का कभी अच्छा अंजाम नहीं होता इससे बड़ा कोई भी बदनाम नहीं होता मैं बात नही कह पाता दिल की कभी उससे पीने को अगर हाथों में जाम नहीं होता हर व़क्त घेरे है यादें दिल को बहुत मेरे हाँ यादों से ही…
ख़ूब आंखों में नमी है आजकल ( Khoob aankhon mein nami hai aajkal ) हाँ सताती मुफ़लिसी है आजकल ख़ूब आंखों में नमी है आजकल बढ़ गयी बेरोजगारी अब बहुत यार पैसों की कमी है आजकल हो गया इंसान से बढ़कर पैसा यार सस्ती जिंदगी है आजकल कौन उल्फ़त के…
यूँ तो ( Yun to : Hindi poem ) यूं तो अकेले जीने का हौसला रखती हूं, फिर कभी किसी का साथ क्यों चाहती हूं । यूं तो मंजिल अकेले ही तय करनी है मुझे, फिर क्यों साथ सब के होना चाहती हूं । यूं तो अकेली कर ली हूँ खुद को…
प्रेम में डूबी स्त्री ( Prem me dubi stree ) प्रेम में डूबी किसी स्त्री को कभी कोई फर्क़ नहीं पड़ता कि तुम कितने पढ़े लिखे हो या फिर अनपढ़, तुम दिन के दो सौ रूपए कमाते हो या दो हज़ार, तुम सबसे सुंदर दिखते हो या बदसूरत !… बस, उसे तो फ़र्क सिर्फ़…
प्यार की जब उससे दोस्ती टूटी है प्यार की जब उससे दोस्ती टूटी है! रोज़ तन्हाई से जिंदगी टूटी है हर घड़ी नफ़रतों की रवानी थी बस वो न दिल से उसके दुश्मनी टूटी है डूबी है जिंदगी ही नशे के ग़म में प्यार की ही दिल से मयकशी टूटी है…