यादों की तानी रजाई!
यादों की तानी रजाई!
यादों की तानी रजाई!
लम्बी रातें है तन्हाई
ख़्वाब में आता नहीं वो
हाँ उदासी दिल पे छाई
चैन नहीं है रात भर अब
याद जब से उसकी आई
सोच में डूबा दिल उसकी
चोट दिल पे ऐसी खाई
हो चुका वो ग़ैर आज़म
ये बताये अब पुरवाई
हर कोई मगर दिल से अशराफ़ नहीं होता ( Har koi magar dil se ashraf nahi hota ) हर कोई मगर दिल से अशराफ़ नहीं होता ए यारों कभी सच का इंसाफ नहीं होता तू बात जरा करना ए यार संभलके ही देखो हर किसी का ही दिल साफ़ नहीं होता तो …
मुहब्बत के जब से ही वो गुलाब टूटे है ( Muhabbat ke jab se hi wo gulab tute hai ) मुहब्बत के जब से ही वो गुलाब टूटे है अंदर से ही खूब हम भी ज़नाब टूटे है ज़वाब देता नहीं था मुहब्बत का मेरी लबों पे ही आज उसके ज़वाब टूटे…
तेरा नाम दिल से मिटाना पडेगा तेरा नाम दिल से मिटाना पडेगा। ग़मों को बसा मुस्कराना पङेगा।। रहा अब न रिश्ता जो पहले कभी था। खुशी-ग़म सभी कुछ छुपाना पङेगा।। वें यादें इरादे किये सारे वादे। पलों में सभी कुछ भुलाना पङेगा।। न सोचा यहां था कि बदलेगा मंजर। कभी…
आपमे रूप भगवान का मिल गया ( Aap mein roop bhagwan ka mil gaya ) आप सा हमसफर हमनवा मिल गया घुप अंधेरे में जैसे दिया मिल गया लोग जलने लगे मेरी तकदीर से जबसे मेरा तुम्हारा सिरा मिल गया पाँव रखने को दिल की ज़मीं मिल गई सर टिकाने को काँधा तेरा मिल…
रोज हंगामा होता ख़ूब ( Roj hungama hota khoob ) रोज हंगामा होता ख़ूब ग़ज़लों पर है चर्चा ख़ूब कैसे मिलनें जाऊं उससे गलियों में है पहरा ख़ूब कल तक तो वो अपना था गैर हुआ वो चेहरा ख़ूब कितना रौब दिखाए वो घर में आया पैसा ख़ूब कोई…
जज्बातों की आंधी ***** जब चलती है वेदी पर उसके बहुत कुछ जल जाती है। वेग उसकी होती अथाह, पल में सब-कुछ कर देती तबाह। रौंद डालती सब-कुछ, विशाल और क्षुद्र। दिखता न उसको- सही और ग़लत, मिले जो कुछ पथ में- उठाकर देती है पटक! शांत वेग जब होता, सामने कुछ न होता। बिखरे…