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लुटती जाए द्रौपदी जगह-जगह पर आज
अगर यह बलात्कार संस्कृति नहीं है, जिसे समाज के समझदार पुरुषों और महिलाओं, संस्थानों और सरकारी अंगों द्वारा समर्थित और बरकरार रखा जाता है, तो यह क्या है? आप सभी कानून, सभी तेज़ अदालतें, यहाँ तक कि मौत की सज़ा भी ला सकते हैं, लेकिन कुछ भी नहीं बदल सकता जब तक कि एक समान…
न्याय हराएको देश | Nepali Sahityik Rachana
न्याय हराएको देश ( Nyaya harayeko desh ) यो आमा बुवा ले दिएको संकार को हार हो, यो व्यक्ति को मात्रै हार हैन, सम्पूर्ण मानव सभ्यता, यो सत्य को, यो विश्व व्यापी न्याय को, समय को, जिवन दर्शनका साथ साथै शास्वत नियम को पनि हार हो। यो एउटा निर्मला, एउटा सुष्मिता को मात्रै…
पहाड़ों की दास्तां और गांव में रास्ता
तुम मिलकर मुझे तोड़ो मैं तुम सबके लिए अकेला ही काफी हूं। पहाड़ों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर तुम अपना रास्ता निकाल लेते हो कभी सोचा है बरसात में जब काई जमती है और उसमें छोटे-छोटे फूल उगते हैं पूरी प्रकृति एक पहाड़ पर जीवन देने के लिए एकत्रित होती हैं। उस पहाड़ पर जब…
आध्यात्मिक साम्यवाद के जनक : पं. श्रीराम शर्मा आचार्य
मध्यकालीन इतिहास को देखने से यही प्रतीत होता है कि उस समय पूजी मात्र कुछ व्यक्तियों के कब्जे में थी । जिससे सामान्य जनता का शोषण होता रहा । जनता मिल मालिकों एवं सेठ साहूकारों की कृपा पर जीवित रहते थे। उनका उत्पादन में कोई हिस्सा नहीं होता था । कोल्हू के बैल की तरह…
स्वामी शिवानंद सरस्वती : योग के वैज्ञानिक
योग के वैज्ञानिक स्वरूप का अनुसंधान जिन महान पुरुषों ने किया उनमें स्वामी शिवानंद जी का नाम प्रमुखता से लिया जाता है । स्वामी जी ने ऐसा दिव्य पथ का निर्माण किया जिस पर चलकर प्रत्येक मानव अपने जीवन का सफल बना सकता है। यही कारण है कि उन्होंने अपनी संस्था का नाम दिव्य जीवन…
कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद
कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद (Katha samrat munshi premchand ) उपन्यास और कहानियों का जब भी जिक्र आता है तो सिर्फ एक नाम ही सामने नजर आता है। “सम्राट मुंशी प्रेमचंद जी” उनकी कहानियां पढ़कर हम बड़े हुए हैं हिंदी उपन्यास में हिंदी में, प्रेमचंद जी का पहला उपन्यास सेवासदन था। इससे पूर्व भी उनके…