संगीत | Poem in Hindi on music
संगीत
( Sangeet )
थिरक उठते साज सारे संगीत सबको प्यारा लगे
स्वर लहरियां जब बजे झंकार करे इकतारा बजे
सात सुरों की तान छेड़े गीतों के तराने सभी
मन में उमंगे जगे संगीत के बजते तार कभी
गीत गजल मधुर मधुर कर्णप्रिय धुन प्यारी
ढोल ताशे साज बाजे बांसुरी की तान न्यारी
मनमोहक संगीत सारा झूम के नाचे मन मयूरा
भावन सुर लय तान दिलों में उमड़े प्रेम घनेरा
संगीत ही जीवन है बजती रहे मधुर तान
प्यार के मोती लुटाते चलते रहो रे इंसान
होठों पे मुस्कान मधुर चैन की बंसी बजाते चलो
गीतों के मधुर तराने प्यारे सदा गुनगुनाते चलो
सद्भावों की धारा में जा मिलो सबसे प्यार से
संगीत के स्वर महकें सबके सुखी संसार में
चेहरे दमक उठे प्यारे दिलों के जोड़ो तार सभी
मधुर संगीत सुनो मोहक प्यारी सी झंकार तभी
कवि : रमाकांत सोनी
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )