बेटी को न परेशान करो | Poem on beti
बेटी को न परेशान करो
( Beti ko na pareshan karo )
बेटी को न परेशान करो
हर नारी का सम्मान करो
पढ़ने दो है जान वतन की
शिक्षा से न उसको वीरान करो
दादी है नानी है मां है
हां नारी का सम्मान करो
उल्फ़त से सीचो धरती मां
नफ़रत न यहां तूफान करो
नारी की इज्जत ख़तरे में
ए रब राहें आसान करो
दो इज्जत उल्फ़त से देखो
बेटी मां को गुलदान करो
यार बहन हो नानी हो मां
आज़म सबका सम्मान करो
️
शायर: आज़म नैय्यर
(सहारनपुर )
यह भी पढ़ें :