देखते देखते सब बदल जाएगा | Dekhte Dekhte
देखते देखते सब बदल जाएगा
( Dekhte dekhte sab badal jayega )
( Dekhte dekhte sab badal jayega )
पत्नी के रूप ( Patni ke anek roop ) शादी के बाद जब ससुराल आती है दुल्हन के रूप में पत्नी खूब भाती है। घड़ी घड़ी सब पूछते हैं उसका हाल पूरा परिवार रखता है खूब ख्याल। दो-चार बार जब ससुराल आती है बहू के रूप में अपना प्रभाव जमाती है । बहू की…
आओ हम दिवाली मनाएं आओ हम-सब साथ मनाएं दीवाली त्यौंहार,तमस की उमस दूर करें जलाएं दीप अपार।जगमग कर दे घर ऑंगन हो समृद्धि बौछार,सुखमय हो सबका जीवन महकें द्वार-द्वार।। इसदिन ही संपूर्ण हुआ श्री राम का वनवास,सीता-राम और लखन पधारे अपने निवास।झिलमिल करते दीप-जलाएं पर्व बना ख़ास,तब से चली आ रही परंपरा कार्तिक-मास।। इस अमावश…
फूलों सा मुस्काता चल ( Phoolon sa muskata chal ) फूलों सा मुस्काता चल, राही गीत गाता चल। मंजिल मिलेगी खुद, कदम बढ़ाना है। आंधी तूफान आए, बाधाएं मुश्किलें आए। लक्ष्य साध पथ पर, बढ़ते ही जाना है। नेह मोती बांट चलो, हंस हंस खूब मिलो। अपनापन रिश्तो में, हमको फैलाना है।…
शाबाश अनन्या ( Shabash Anannya ) ***** तुने हिम्मत दिखाई, खुद के लिए ‘राजधानी’ चलवाई। रेल प्रशासन को झुकाई, गया गोमो होते हुए ट्रेन रांची ले आई। तुम बहादुर हो, प्रेरणा हो; शेरनी हो । अकेली हो इतनी हिम्मत दिखाई! वरना 930 यात्रियों ने तो डाल्टेनगंज में ही ट्रेन ही छोड़ दी, आवाज उठाने की…
मौसम ने ( Mausam Ne ) बदलते मौसम का अंदाज बहुत रंग ला रहा। वायू मंडल में घटाओं को जो बिखेर रहा। पेड़ पौधे फूल पत्ती आदि लहरा रहे है। और मंद मंद हवाओं से खुशबू को बिखर रहा।। नजारा देख ये जन्नत का किसी की याद दिला रहा। नदी तालाब बाग बगीचा भी अपनी…
टिकने नहीं देते चोटी पर ( Tikne nahi dete choti par ) मेहनत लगन हौसला ही प्रगति का आधार मिला। बुलंदियों का आसमां हसीं उन्नति का सिलसिला। काबिलियत हूनर हारे सवाल खड़ा हो रोटी पर। घात लगाए बैठे लोग टिकने नहीं देते चोटी पर। शब्दों का जादू चल जाए कीर्ति पताका जग लहराए। कलमकार…