मन का महफ़िल | Man ka Mehfil
मन का महफ़िल
( Man ka mehfil )
( Man ka mehfil )
जल ही जीवन ( Jal Hi Jeevan Hai ) बूॅ॑द -बूॅ॑द से घड़ा भरे, कहें पूर्वज लोग, पानी को न व्यर्थ करें, काहे न समझे लोग। जल जीवन का आधार है,बात लो इतनी मान। एक चौथाई जल शरीर, तभी थमी है जान। जल का दुरुपयोग कर, क्यों करते नुकसान। जल से है …
छत्रपती वीर शिवाजी महाराज ( Chhatrapati Veer Shivaji Maharaj ) मराठा साम्राज्य नींव से,हिंदुत्व का सिंहनाद हिंद पटल उन्नीस फरवरी, अद्भुत अनुपम भाव नवेला । वर्ष सोलह सौ पचास तद तिथि, वीर शिरोमणि अवतरण बेला । विदेशी विधर्मी आक्रांता पस्त, देख शिवाजी स्व शासन शंखनाद। मराठा साम्राज्य नींव से,हिंदुत्व का सिंहनाद ।। शिवनेरी दुर्ग पुनीत…
श्याम ( Shayam ) रस लेकर रसखान सरीखे, काँन्हा तुम आ जाओ। जग मे घटते प्रीत मोह रस, फिर से आ बरसाओ। सूखी धरती उमड मेघ बन,जग की प्यास बुझाओ। नटवर नागर कृष्ण कन्हैया,अब तो तुम आ जाओ। कालीदास के मेघदूत बन, उमड घुमड कर आओ। तृप्त करो मन की चंचलता,अब तो…
हँसी का पात्र पत्नी को ( गीत ) हँसी का पात्र पत्नी को बनाओ तुम नही यारो ।हँसी दुनिया उसी से है छुपाओ तुम नही यारो । यहाँ पर आज भी पत्नी सजाती माँग है अपनी ।उमर अपनी निछावर कर खुशी ही माँगती पत्नी ।।दिया तुमने उसे क्या-कया बताओ आज तुम यारो ।हँसी का पात्र…
मेरे प्यारे भैया ( Mere Pyare Bhaiya ) मेरे प्यारे भैया राखी के वचन निभाना तुम मेरे प्यारे भैया इस बार राखी में नई रित चलाओ तुम। अपनी प्यारी बहना को आत्मरक्षा के गुर सिखाओ तुम। अच्छी नौकरी वाला लड़का ढूंढने के बजाय उसे खुद आत्मनिर्भर बनाओ तुम। जो मुझे चाहे उसे मेरा जीवन साथी…
भ्रम ( Bhram ) जो गति तेरी वो गति मेरी,जीवन भ्रम की छाया है। नश्वर जग ये मिट जाएगा, नश्वर ही यह काया है। धन दौलत का मोह ना करना, कर्म ही देखा जाएगा, हरि वन्दन कर राम रमो मन,बाकी सब तो माया है। यौवन पा कर इतराता हैं, बालक मन से भोला है।…