या खुदा कर दे रिहा
या खुदा कर दे रिहा
( Ya khuda kar de riha )
हर पल यूँ ही आँखे भर जाना
उदासी को दर्शाती है,
खामोश रह, सब कुछ बर्दाश करना
घुटन को बतलाती है ।।
ये खुदा मुझे बहरा बना दे,
कि कुछ सुन न सकूँ ।
या खुदा पत्थर दिल बना दे
कि कुछ महसूस न कर सकूँ ।
या खुद भरोसा हौसला दे दो
नेक राह पर मुश्किलों में चलना सिखा दो,
अब बर्दाश नही होता,
या खुदा ले लो जान
कर दे इस दुनिया से रिहा..
या मुश्किलों से निकलने का रास्ता दिखा
क्या करूँ, कुछ तो बतला दो
या मेरे मालिक सजा दो !!!
लेखिका : ईवा ( ए रियल सोल )
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