नई पीढ़ी न कतराए अखबार से || kavita on news
नई पीढ़ी न कतराए अखबार से
( Nai Pidhi Na Katraye Akhbar Se )
( Nai Pidhi Na Katraye Akhbar Se )
मासूमियत ( Masoomiyat ) मासूम सी वो भोली भाली सूरत वो अल्हड़पन इठलाता सा निश्चल निर्भीक मासूमियत चेहरा कोई अनजाना सा दुनिया के आडंबर से दूर अपने आप में मशगूल बेखबर जहां के दुष्चक्रो से खिलता सा प्यारा फूल मधुर सी मिठास घोलता प्यार भरे मृदु वचन बोलता मासूमियत भरी नैनों में लगा बचपन…
खेल के सूत्र बनाएँ जीवन खेल की क्रीड़ा निराली बैर ,कभी धैर्य, परीश्रम, लगन है lतो कभी खिन्न – उदास दर है ,सहयोग , एकता भी न भूलो lतो खेल से क्या मिला ,हार – जीत या आत्मनिर्भर l स्वस्त है , मस्त है ,जिससे तन – मन चुस्त है lसिद्धांत नव दो ग्यारह नहीं…
खुद भी हिंदी बोलिये ( Khud bhi hindi boliye ) खुद भी हिंदी बोलिये, औरों को दो ज्ञान। हिंदी में ही है छिपा, अपना हिंदुस्थान।। चमत्कार हर शब्द में, शब्द शब्द आनंद। विस्तृत है साहित्य भी, दोहा रोला छंद।। सब भाषा का सार है, सबका ही आधार। माँ हिंदी की वंदना, सुधि…
प्यारा पोहा ( Pyara poha ) पोहा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं हम बच्चो का प्यारा पोहा कच्चा भी खूब उड़ाते पोहा ये देख मम्मी खूब चिल्लाती फिर भी सबके लिए पोहा बनाती ।। गर्मी में जब कुछ नहीं भाता पोहे सबको ही पसंद आता बिल्कुल समय नहीं लगता यारो ! झट से ये पोहा…
हम लोग अपनी बोलचाल की भाषा में कई सारी भाषाओं का प्रयोग करते हैं अधिकतर हिंदी भाषी क्षेत्र के लोग हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी के भी कई शब्द बोलते हैं जिसे आजकल लोग हिंगलिश के नाम से जानते हैं लेकिन हिंगलिश का प्रयोग सबसे पहले कब हुआ था और किसने किया था कि आपको पता…
नहीं ह्रदय स्वीकार ( Nahi Hriday Swikar ) ओ प्राणों के प्राण तेरे बिन, जीवन है निस्सार। धड़कन निरपराध है बंदी ,तन बस कारागार।। सांसों सांसों में जलती है ,अखंड प्रेम की ज्योति। कह देती हूं आज तेरे बिन, नहीं ह्रदय स्वीकार। ओ प्राणों के प्राण तेरे बिन जीवन है निस्सार। याद तुम्हारी बनी है…