Kavita | चित आदित्य
चित आदित्य
( Chit Aditya )
( Chit Aditya )
लागत ( Laagat ) महज कामयाबी के स्वप्न से ही कामयाबी नहीं मिलती जीवन तो सफर है गाड़ी सा जो बिना ईंधन नही चलती.. माना की ख्वाब आपके ऊंचे हैं सोच और विचार भी उज्जवल जुनून और प्रयास के अभाव मे रेत के महल से अधिक कुछ नहीं… सुंदरता मे आकर्षण तो है किंतु,पाने…
आपस में रखें भाईचारा ( Aapas me rakhe bhaichara ) उत्तम यही है विचार धारा बेबस बेकशों का सहारा सदियों से यही हमारी रीति हमें चाहिए सबकी प्रीति इसी ध्येय ने दिया था- वासुधैव कुटुंबकम् का नारा विश्व एक परिवार था हमारा है और रहेगा भी विश्वास है इतना ज्यादा! इन चंद हवा के…
दिमागी खेल ( Dimagi khel ) हम चाहते हैं पाना सब बस मेहनत नही चाहते चाहते हैं ऊंचाई नभ की बस ,चढ़ाई नही चाहते… मंजिल दूर हो भले कितनी तलाशते हैं शॉर्टकट रास्ते झुंके क्यों किसी के सामने रखें क्यों किसी से वास्ते… कोई कमी ही क्या है हममें कुछ खास भी क्या उसमे…
क्रांतिवीर ( क्रांति दिवस पर अमर शहीदों के जज्बातों को सादर वंदन ) है हिमालय सा हौसला, सागर सी गहराई है। क्रांति काल में वीरों ने, प्राणों की भेंट चढ़ाई है। हंसते-हंसते झूल गए, वो क्रांतिवीर कमाल हुए। राजगुरु सुखदेव भगतसिंह, भारत मां के लाल हुए। आजादी का दीवाना, वो जिद पर अड़…
जीना मरना ( Jeena Marna ) घुट घुट कर जीने से मरना बेहत्तर घुटने टेक कर जीने से मरना बेहत्तर अकेले आये हो आज़ाद बन कर जीना ग़ुलाम बन कर जीने से मरना बेहत्तर सिर ऊंचा कर जीओ अदब एह़तराम से बेज़मीर बन कर जीने से मरना बेहत्तर पराये मह़ल से अपनी झुग्गी झौंपड़ी…
क़ुबूलनामा ( Qubool nama ) प्यार छुपाना क्यों बताती क्यों नहीं, अपने जज़्बात तुम जताती क्यों नहीं, मिलना न मिलना बात है मुकद्दर की अपना हूँ एहसास कराती क्यों नहीं। इश्क़ में आँसू नहीं हम चाहते है खुशी, बात ये अपनों को समझाती क्यों नहीं। दुश्मन है जो भी हमारी मोहब्बत के, बग़ावत में आवाज़…