नई पीढ़ी न कतराए अखबार से || kavita on news
नई पीढ़ी न कतराए अखबार से
( Nai Pidhi Na Katraye Akhbar Se )
( Nai Pidhi Na Katraye Akhbar Se )
आओ बिखेरे प्यार की खुशबू ( Aao bikhere pyar ki khushboo ) प्यार सब को ही जोड़ता है, नही किसी को ये तोड़ता है। आओ बिखेरो प्यार ख़ुशबू, नही रखो अपना कोई शत्रु।। प्यार के होते अनेंक प्रकार, इसी से चलता यह संसार। हमने प्यार में गुजार दिये, कई दिन, महिनें और साल।। क्यों…
चक्षुजल ( Chakshujal ) बुभुक्षित कम्पित अधर का सार है यह। चक्षुजल है प्रलय है अंगार है यह।। तुंग सिंधु तरंग अमृत छीर है यह, प्रस्तरों को को पिघला दे वो नीर है यह, लक्ष्य विशिख कमान तूणीर है यह, मीरा तुलसी सूर संत कबीर है यह, प्रकृति है यह पुरुष है संसार है…
ताजमहल ( Taj Mahal ) बेगम मुमताज की याद में ताजमहल बनवाया। शाहजहां बादशाह ने दुनिया को प्रेम दिखाया। आगरा में आकर देखो संगमरमर का महल। कलाकृतियां बेमिसाल प्रसिद्ध हो गया शहर। प्रेम का प्रतीक हो गया सुंदर सा ताजमहल। पर्यटक स्थल बना जवां दिलों का कौतूहल। सुंदर से नजारे सारे महकती…
बाबा साहब आंबेडकर ! ( Baba Saheb Ambedkar ) सोये हुए दलितों को बाबा साहब ने जगाया है, हर झोंपड़ी में एक नई रोशनी जलाया है। किया संघर्ष निजी जीवन में सभी के लिए, हर गिरे हुए लोगों को अपनी गोंद में उठाया है। क्या-क्या नहीं सहा बाबा साहब आंबेडकर ने, मुरझाये…
रहनुमा ( मार्गदर्शक ) ( Rahnuma ) रहनुमा कोई मिल जाए राह मेरी आसां हो जाए मेरी मंजिल का ठिकाना मुझको भी नसीब हो जाए मार्गदर्शक बता दे रस्ता कोई खता न मुझसे हो जाए भटक रहा हूं बियावान में हाथ पकड़ कोई राह दिखाये अंधकार का अंत नहीं है रहनुमा का…
यक्ष प्रश्न ( Yaksha Prashna ) परिवार हि समाज की वह इकाई है जहां से ,स्वयं समाज और देश का निर्माण होता है व्यक्ति ही एक मे अनेक और अनेक मे एक का प्रतिनिधित्व करता है…. प्रश्न तभी है की क्या एक व्यक्ति ही समाज का आधार है या,समाज ही व्यक्ति का ? हां,दोनो…