आओ हम सब मिलकर के ऑक्सीजन बनातेहैं | Kavita
आओ हम सब मिलकर के ऑक्सीजन बनातेहैं
( Aao hum sab milkar ke oxigen banate hai )
आओ हम सब मिलकर के कसम खाते हैं,
अपने अपने जन्मदिन पर वृक्ष लगाते हैं,
हम सब अपनी जिंदगी बिता रहे रो रो के
आओ बच्चों का जीवन खुशहाल बनाते हैं
जंगलों को काट हम सब अपनी उम्र घटाते हैं,
आओ वृक्ष लगा कर के घटती उम्र बढ़ाते हैं,
घर-घर नलकूप लगाकर व्यर्थ पानी बहाते हैं,
गांव गांव जलकुंड बना सबका जीवन बचाते हैं।
आओ हम सब मिलकर चिपको आंदोलन चलाते हैं,
बहुगुणा जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाते हैं,
सड़क सड़क वृक्ष लगा ऑक्सीजन लेवल बढ़ाते हैं,
आओ हम सब मिल करके पर्यावरण दिवस मनाते हैं।
लेखक– धीरेंद्र सिंह नागा
(ग्राम -जवई, पोस्ट-तिल्हापुर, जिला- कौशांबी )
उत्तर प्रदेश : Pin-212218