आपकी याद आयी
टूटी दिल की तुम्हारी आशिक़ी याद आयी
आज तो इस क़दर ये आपकी याद आयी
भायी थी जो कभी मेरी आंखों को नगर में
गांव में आकर मुझको वो दिलकशी याद आयी
जो सुनी थी कभी उनके मुँह से प्यार की ही
आज उनकी मुझे वो शाइरी याद आयी
जिंदगी कट रही है रोज़ ग़म में यहां जब
आज दिल को बहुत ही ख़ुशी याद आयी
प्यार के गीत गाये साथ जिसके है जहां पे
हो गयी जो राहें वो अजनबी याद आयी
दें रही थी सांसों में प्यार की ख़ुशबू मेरी
रात भर वो मुझे वो ही कली याद आयी
अजनबी हो गयी है जो सदा के लिए ही
आज आज़म बहुत वो दोस्ती याद आयी