अपना हिंदुस्तान अलग है
अपना हिंदुस्तान अलग है

अपना हिंदुस्तान अलग है

( Apna hindustan alag hai )

 

हम सब तो हैं भारतवासी

वे रखते पहचान अलग।

 

अपना हिन्दुस्तान अलग है

उनका हिन्दुस्तान अलग।।

 

वे  उड़ते  एरोप्लेन  से

हम सब उनके रन वे हैं।

 

वे मक्खन हम मठा सरीखे

हम पर अमर बेल वे है।।

 

वे तो हैं भगवान आज के

अपने है भगवान अलग

 

अपना हिन्दुस्तान अलग है

उनका हिन्दुस्तान अलग

 

उनका हैं दुकान माल में

अपनी हाटों गांवों में

 

उनको ठन्डा ए.सी. रखता

अपनी ठंडक छांवो में

 

सड़कें अपनी क्रीडागंन है

उनके हैं मैदान अलग

 

अपना हिन्दुस्तान अलग है

उनका हिन्दुस्तान अलग ।।

 

उनका भारत कन्सटों में

अपना है खड़तालों में।।

 

आर्ट गेलरी में वे घूमें

हम घूमें चैपालों में ।।

 

हम है उनसे अनजाने से

वह हमसे अनजान अलग।

 

अपना हिन्दुस्तान अलग है

उनका हिन्दुस्तान अलग।।

 

अपना भारत खेतों में हैं

उनका भारत शहरो

 

वे खुश स्वीमिंग पूलो में हैं

हम नदियों की लहरों में

 

कुछ तो हम सीधे सादे हैं

कुछ हैं वे बेईमान अलग

 

अपना हिन्दुस्तान अलग है

उनका हिन्दुस्तान अलग।।

 

गन्दी बस्ती में घर अपने

साथ जानवर रहते हैं।

 

उनके कुत्ते तक नखरो से

अलग घरों में रहते हैं।।

 

हम गुलाम उनके कुत्तो के

वे ऊपर इंसान अलग।

 

अपना हिन्दुस्तान अलग हैं

उनका हिन्दुस्तान अलग।।

 

वे जिन्दा रहते मरते हैं

शेयर के बाजारो में

 

अपना जीना मरना तो है

खलिहानों में हारो में

 

अपनी लाश खेत में जलती

हैं उनके श्मशान अलग।

 

अपना हिन्दुस्तान अलग है

उनका हिन्दुस्तान अलग।।

 

मृग मरीचिका हमें न्याय हैं

हमको वह मिलना मुश्किल

 

हैं कानून उन्हें खेलो से

चाहे फिर वे हों कातिल

 

हमें सजा जो मिलना ही है

उनकों है फरमान अलग।

 

अपना हिन्दुस्तान अलग है

उनका हिन्दुस्तान अलग।।

 

आजादी के हम रखवालें

चेरी उनकी आजादी।

 

वे आजादी के ऊपर है

नीचे उनके आबादी।।

 

जब संकट आता भारत पर

हो जाते श्रीमान अलग

 

अपना हिन्दुस्तान अलग है

उनका हिन्दुस्तान अलग।।

 

स्विस बैंक में उनका भारत

अपना है खलिहानों में

 

उनका डिस्कोथीकों में है

अपना वीर जवानों में

 

शान हमारी हिन्दी, उनकी

इंग्लिश में पहचान अलग।

 

अपना हिन्दुस्तान अलग है

उनका हिन्दुस्तान अलग।।

 

✍?

 

कवि : डॉ.कौशल किशोर श्रीवास्तव

171 नोनिया करबल, छिन्दवाड़ा (म.प्र.)

परिचय:-
डॉ.कौशल किशोर श्रीवास्तव
जन्मतिथि: 15 सितंबर 1946
जन्म स्थान: विदिशा (म.प्र.)
प्रकाशित कृतियाँ
1. ट्यूबेक्टोमी एण्ड कास्टम (अंग्रेजी, 1980)
2. है प्यास अभी (गजल संग्रह)
3.सन्नाटा गहरा है, (गजल संग्रह)
4.आए न बालम (व्यंग्य संग्रह)
5.बाइज्जत बरी (व्यंग्य संग्रह)
6.हड़कंप (व्यंग्य संग्रह)
7.अखिलम, मधुरम (काव्य संग्रह)
8. प्रतिरोधक क्षमता (मेडिकल साइंस)
9. प्रति उत्तर(काव्य संग्रह)
10 मेरे सांई
11 गीता के औपनिषधिक आधार
12 देशी-विदेशी विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में निरंतर लेख प्रकाशित
सम्मान- पुरस्कारः विभिन्न शीर्ष स्तरीय संस्थाओं से पुरस्कृत एंव सम्मानित
सम्प्रति: 1.भूतपूर्व सदस्य: मानव अधिकार आयोग
2.सदस्य: किशोर न्यायपीठ,छिन्दवाडा
3. शल्य चिकित्सक,
4. सेवानिवृत्ति सीएमओ (मुख्य स्वास्थ्य एंव चिकित्सा अधिकारी)
1 संरक्षक – पत्रकारिता कोश मंच छिंदवाड़ा
2. उपाध्यक्ष – जिला रेडकास समिति सोसाइटी छिन्दवाड़ा (म.प्र.)
3. आजीवन सदस्य इंडियन मेडिकल एसोसिएशन
4. मानव तंत्र मानव अधिकार आयोग
अन्य – स्वतंत्र लेखन राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में,
संपर्क – 171 नोनिया करबल, छिन्दवाड़ा (म.प्र.)
पिन 480001

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