अवध नगरिया | Awadh Nagariya
अवध नगरिया
( Awadh Nagariya )
छोड़ा माया कै बजरिया, राम बसलें नजरिया,
चला दर्शन करी अवध नगरिया ना। (2)
आवा जमा करी पुण्य कै गँठरिया ना।
बाजत उहाँ पे बधाई, दुनिया देखे उन्हें आईल,
आईल नभ से उतर के अँजोरिया ना।
चला दर्शन करी अवध नगरिया ना।
आवा जमा करी पुण्य कै गँठरिया ना,
छोड़ा माया कै बजरिया, राम बसलें नजरिया,
चला दर्शन करी अवध नगरिया ना
आवा जमा करी पुण्य कै गँठरिया ना।
धरती अंबर देखा महकल, सबकर किस्मत भी चमकल।
जल्दी पकड़ी अयोध्या कै डगरिया ना,
चला दर्शन करी अवध नगरिया ना।
आवा जमा करी पुण्य कै गँठरिया ना।
छोड़ा माया कै बजरिया, राम बसलें नजरिया,
चला दर्शन करी अवध नगरिया ना,
आवा जमा करी पुण्य कै गँठरिया ना।
मंद -मंद मुस्कान, चलिके करल जाई पान।
उहाँ टूट जाई यम कै रसरिया ना।
चला दर्शन करी अवध नगरिया ना।
आवा जमा करी पुण्य कै गँठरिया ना।
छोड़ा माया कै बजरिया, राम बसलें नजरिया,
चला दर्शन करी अवध नगरिया ना,
आवा जमा करी पुण्य कै गँठरिया ना।
सजल रामजी दरबार, आपन होई बेड़ा पार।
उहाँ धोवल जाई तन -मन चदरिया ना।
चला दर्शन करी अवध नगरिया ना।
आवा जमा करी पुण्य कै गँठरिया ना।
छोड़ा माया कै बजरिया, राम बसलें नजरिया,
चला दर्शन करी अवध नगरिया ना,
आवा जमा करी पुण्य कै गँठरिया ना।
उहाँ मिलिहैं चारों भाई,चढ़ावल जाई फूल,मिठाई,
कबहूँ अइहैं राम हमरो बखरिया ना।
चला दर्शन करी अवध नगरिया ना।
आवा जमा करी पुण्य कै गँठरिया ना।
छोड़ा माया कै बजरिया, राम बसलें नजरिया,
चला दर्शन करी अवध नगरिया ना,
आवा जमा करी पुण्य कै गँठरिया ना।