शोषण | Shoshan

रमेश एक बेरोजगार लड़का था। उसे काम की अति आवश्यकता थी। इसी बीच उसके एक दोस्त ने कहा कि कुछ लिखने पढ़ने का काम...

धर्म का धंधा | Dharm ka Dhandha

सदियों से यदि कोई धंधा सबसे समृद्ध शाली रहा है तो वह धर्म का रहा है। यह ऐसा धंधा है जो सदैव लाभकारी होता...

भूतही | Bhoothi

आकांक्षा अक्सर बीमार रहा करती थी। लेकिन उसे जब किसी डॉक्टर को दिखाया जाता था वह कोई रोग नहीं बताता था। बस दर्द की...

अंधविश्वास | Andhvishwas

सुनीता को कई दिनों से सिर दर्द कर रहा था। एक दिन तो वह बेहोश हो गई। उसका पति शहर कमाने गया हुआ था।...

बंटवारा | Batwara

( स्वातंत्रता दिवस विशेष ) लगभग 100 वर्ष पूर्व की बात है भारत पाकिस्तान और बांग्लादेश तीन भाई थे। वे सभी बड़े प्रेम से रहा...

सबसे ग़रीब | Sabse Garib

सरकार की आवास योजना का कार्य पूर्ण हो चुका था। ऐसे में उस व्यक्ति की खोज की जा रही थी जो कि संपूर्ण प्रदेश...

निकम्मा | Nikamma

उसे सभी निकम्मा कहते थे। वैसे वह 15 -- 16 साल का हो चुका था लेकिन उसका मन पढ़ने लिखने में नहीं लगता था...

सिगारवाला छोरा | Cigarwala Chora

सायंकाल का वक्त है । सूरज डूबना चाहता है परंतु अपनी लालिमा को प्रकृति की मोहकता बिखेर रहा है । वहीं बेंच पर बैठा...

जिंदगी का सफरनामा ( एक शिक्षक की आत्मकथा )

भाग : 1 मैं बचपन से अंत: प्रवृति का व्यक्ति रहा हूं। जिसने बोल दिया तो बोल दिया मैं तो चुप रहना मैं ज्यादा धमाचौकड़ी...

बदलाव की नींव | Badlav ki Neev

श्याम एक सामान्य घर का लड़का था। वह विश्वविद्यालय परिसर के हॉस्टल में रहता था । एक दिन देखता है कि बहुत से बच्चे...