क्यों | Kyon

क्यों ? ( Kyon )    हाथ मिला उल्फत दिखलाते दिल मिलने से क्यों घबराते? हुस्न परस्ती के दीवाने वस्फ की राह नही वे जाते। दैर -ओ -हरम के ये बासिंदे नफ़रत...

हँसकर मिलते हो | Hans Kar Milte ho

हँसकर मिलते हो ( Hans Kar Milte ho )   जो तुम यूँ हँसकर मिलते हो फूलों के माफ़िक लगते हो ग़म से यूँ घबराना कैसा आख़िर इससे क्यों डरते...

तितली लगती है | Ghazal Titli Lagti Hai

तितली लगती है ( Titli Lagti Hai ) माह धनक खुशरंग फ़जा तितली लगती है पाक़ीज़ा फूलों सी वो लड़की लगती है। सौदा बेच रही है वो...

बहकी-बहकी सी | Ghazal Behki Behki Si

बहकी-बहकी सी ( Behki Behki Si ) बहकी-बहकी सी वो रहती तो है कब से, मन ही मन में कुछ वो कहती तो है कब से...

गुरुवर विनय साग़र | Guruvar Vinay Sagar

गुरु पूर्णिमा के पुनीत पर्व पर मैं अपने उस्ताद शायर ज़नाब विनय साग़र जायसवाल, बरेली-उ०प्र० को शत्-शत् प्रणाम करता हूँ। ग़ज़ल की दुनिया में...

बेकरार | Bekarar Shayari

बेकरार ( Bekarar )   ये दुनिया इतनी आसानी से न तुझे समझ आएगी, प्यार भी करेगी तुझसे और तुझ को ही रुलाएगी! बेकरार दिल की धड़कनों में शामिल...

जान से प्यारा वतन | Jaan se Pyara Watan

जान से प्यारा वतन ( Jaan se pyara watan )   मुझे तो जान से प्यारा वतन है ? हसीं उल्फ़त भरा मेरा चमन है लड़े हैं दुश्मनों से...

मेरी खातिर | Mere Khatir

मेरी खातिर ( Mere khatir )    सुनो इक ख़ूबसूरत घर बनाना तुम मेरी खातिर धनक के रंग सब उसमें सजाना तुम मेरी खातिर। मसर्रत रौशनी एहसास से तामीर...

महफ़िल-ए-इश्क | Mehfil -E- Ishq

महफ़िल -ए- इश्क ( Mehfil-e-Ishq )   महफिले इश्क में इसरार की मोहलत नहीं होती। जहां में यार से बढ़कर कोई दौलत नहीं होती।। वफ़ा के आब से ही...

आज फिर ग़मज़दा हो गया | Gamazada Shayari

आज फिर ग़मज़दा हो गया ( Aaj Phir Gamazada ho Gaya )   यार भी बेवफ़ा हो गया देखलो वो जुदा हो गया चाहते थे जिसे हम बहुत शख्स मुझसे...