माँ का भय

माँ का भय

माँ का भय मैंने बेटा जनाप्रसव पीड़ा भूल गयी वह धीरे-धीरे हँसने-रोने लगामैंने स्त्री होना बिसरा दिया उसने तुतली भाषा में माँ कहामैं हवा बनकर बहने लगी वह जवान हुआमैं उसके पैरों तले की मिट्टी वारती फिरूँ उसके सिर सेहरा बंधामुझे याद आयामैं भी एक रोज ब्याहकर आयी थीइसके पिता संग कुछ दिनों बाद मैंने…

ग्रहों का कुंभ

ग्रहों का कुंभ

ग्रहों का कुंभ नीलाभित नभ में लगा, कुंभ ग्रहों का मीत।रूप राशि शशि को पुलक शुक्र निहारे रीत।। दिनकर हँस स्वागत करे, उषा रश्मि शुभ स्नान।सिंहासन आसीन गुरु, पा श्रद्धा-सम्मान।। राई-नौन लिए शनि, नजर उतारे मौन।बुध सतर्क हो खोजता, राहु-केतु हैं कौन? मंगल थानेदार ने, दिया अमंगल रोक।जन-गण जमघट सितारे, पूज रहे आलोक।। हर्षल को…

Dr. pritam

इतिहास बदल कर रख दूंगा

इतिहास बदल कर रख दूंगा माना अभी नहीं उछला है,सिक्का मेरी किस्मत का,पर जिस दिन ये उछलेगा, इतिहास बदल कर रख दूंगा. पत्थर पर पत्थर लगते हैं,सपने टूटा करते हैं.खुद से रोज बिखर जाते हैं,खुद हीं जुटा करते हैं. बादल, बिजली, तूफानों को,झेल – झेल कर बड़े हुए.काल कर्म की चक्की में,अक्सर हम कूटा करते…

Poem on Subhash Chandra Bose in Hindi

हमारे नेता जी

हमारे नेता जी 23 जनवरी 1897 को कटक उड़ीसा में जन्म हुआ,जो पढ़ लिखकर अपने कला कौशल से अंबर छुआ।पिता जानकी नाथ बोस मां प्रभावती का पुत्र था जो,आजाद हिंद फौज बनाई और जय हिंद का नारा दिया।। देखकर भारत मां की दुर्दशा को बौखला गए नेताजी,1942 में आजाद हिंद फौज का गठन किए नेताजी…

Aaradhya Shri Ram

राम के ही जाप से

राम के ही जाप से है अवध बलिहारी, पधारे है धनुर्धारी,दूर है अब अयोध्या, वियोग के शाप से, राम हैं पधारे जब, धन्य हुआ जग सब,गूँज उठा जयकारा, नगाड़े के थाप से, मान और नाम मिला, फूल सा जीवन खिला,भाग्य मेरे खुल गए, राम के ही जाप से। कर जोर भजूं राम, पावन तुम्हारा नाम,करना…

कागा काव्य किरन

कागा काव्य किरन | Kaga Kavya Kiran

ग़ैर जानब-दार वालदीन होते बदनाम जब औलाद करें गुस्ताख़ी ,ख़राब होता ख़ानदान जब औलाद करें गुस्ताख़ी! पुश्तैनी शानो शोक्त शहोरत रोबो रुतब्बा रसूख़,नाबूद करते नादान जब औलाद करें गुस्ताख़ी! बाशऊर बाब पढ़ाना दुनिया की दरसगाह मेंं,वरना होंगे बदज़ुबान जब औलाद करें गुस्ताख़ी! अख़लाक़ एमाल उस़ूल जैसी दौलत नहीं कोई ,बदतमीज़ बेवफ़ा बदगुमान जब औलाद करें…

सुभाष चंद्र बोस : Poem on Subhash Chandra Bose

सुभाष चंद्र बोस : Poem on Subhash Chandra Bose

सुभाष चंद्र बोस शायद सदियों में होती हैंपूरी एक तलाश,शायद विश्वासों को होतातब जाकर विश्वास। शायद होते आज वो जिंदाभारत यूं ना होता,शायद दुश्मन फूट-फूट करखून के आँसू रोता। आजादी की भेंट चढ़ गयेहुआ अमर बलिदान,श्रद्धा पूर्वक नमन आपकोहे वीरों की शान। मोल असल इस आजादी कीआपने हीं समझाया,दिया जवाब हर इक ईंटों कापत्थर बन…

Bharat Pyara

भारत कहलाता है

भारत कहलाता है धर्म-जात का भेद भुलाके , नागरिक हाथ मिलाता है, मुस्लिम-हिन्दू-सिख-इसाई का कोई नहीं कहलाता है । सभी जन को सिर्फ भारतवादी कहा जाता है, ऐसा किस्सा जनाब सिर्फ मेरे भारत में देखा जाता है। जहां अत्यंत हुबियाली से गणतंत्रता-स्वतंत्रता को मनाया जाता है, 21 तोपों की सलामी देकर भारतीय तिरंगा लहराया जाता…

Hamre Deshwa

अलौकिक भारत भूमि

अलौकिक भारत भूमि ज्ञान विज्ञान का पोषक रहा भारत ,ज्योतिषी ज्ञान,जग को वेद दिया ।शुश्रुत ने दी शल्य चिकित्सा वही,चरक,धनवंतरी ने आयुर्वेद दिया।। वराहमिहिर,ब्रह्मगुप्त,बौधयान और,कणाद,भास्कराचार्य विज्ञ यही हुए।जहाँ आर्यभट्ट ने जग को शून्य दिया,तो योग पतंजलि से लोग नीरोग हुए।। विदुषी, मनीषियों से भरा देश मेरा,कला साहित्य में सदा समृद्ध रहा।कालिदास,कबीरा ,तुलसी,जायसी ,सूर,मीरा,रत्नाकर कर वद्ध…

Lata Sen

लता सेन की कविताएं | Lata Sen Hindi Poetry

श्री राम लला देवताओं के भी वंदनीय, विष्णु के अवतारऐसी कृपा निधान से ही तो टिका हुआ संसार । दशरथ नंदन के भाल, पर चंदन शोभायमानचंहू दिशाओं में हो रहा, उनका ही गुणगान । पक्षीराज जटायू तर गए प्रभु के नाम सेऐसा भक्ति भाव प्रबल था प्राण तक न्यौछावर कर दिये । हर लिए जिसने…