तेरी शिकायत

तेरी शिकायत | Teri Shikayat

तेरी शिकायत ( Teri Shikayat ) तेरी मेहरबानी का किस्सा सबको सुनाया।अंधा समझ हाथ पकड़ तूने रास्ता दिखाया। अब तो तेरी शिकायत करें भी तो किससे।सबके दिलों में तुझे हमने ही बसाया। तू चाहे अब जितने सितम कर ले इस पर।सहता चल बस यही दिल को समझाया। हर बार दिखाते रहे तुम आईना हरेक को।हर…

गणपत लाल उदय की कविताएं | Ganpat Lal Uday Poetry

गणपत लाल उदय की कविताएं | Ganpat Lal Uday Poetry

सूर्यास्त को भी करें प्रणाम चलों आज हम ढलते हुएं इस सूर्य को करें प्रणाम,साॅंझ हो गई संस्कारों व संस्कृति का करें सम्मान।‌भानु दिनकर भास्कर दिवाकर मार्तंड इसका नाम,समय से आकर बाॅंटता यह सबको ज्ञान-समान।। सम्पूर्ण-विश्व को महकाता ये रखता सबका ध्यान,हाजिरी अपनी रोज़ देता पर ना करता अभिमान।अकेले रहने की हिम्मत भी यह देता…

दिवाली आई

दिवाली पर

दिवाली पर मिष्ठान की तश्तरीअब भरी ही रहती हैरंगोली भरी दहलीज़ भीअब सूनी ही रहती है रामा श्यामा करना हमेंअब बोझ लगने लगाबुजुर्गों का आशीर्वादअब बोर लगने लगा यह काल का प्रभाव है याभविष्य पतन की दिशावर्तमान का झूठा सुख याकल के समाज की दुर्दशा दिवाली महज़ त्यौहार नहींसंस्कृति मिलन का रुप हैजीवन को अचूक…

अनुराग से उजियार

अनुराग से उजियार

अनुराग से उजियार जगमग धरती उजियार , स्नेह दीप है आज lहर कण में दीप सजे , हुवा अंधकार बौना l धन की वर्षा विश्व में , करती चंचल लक्ष्मी lसमय और विवेक की , शिक्षा से झोली भरी l माँ से मेवे – मिटाई , पिता से पटाकी lनभ को चंद्रमा तो , घर…

दीवाली का राम राम

दीवाली का राम राम

दीवाली का राम राम दीवाली के पावन पर्व पर मेरा सबको राम राम,टूटे रिश्ते भी जोड़ देती है अदृश्य इसका काम।नही लगता ख़र्चा इसमे कुछ भी न लगता दाम,दूरियां पल-भर में मिटाती बस करलो प्रणाम।। गले-मिलों वफादार-बनों समाज में बढ़ेगी शान,अमावसी अंधेरा दूर करलो खोलों ऑंख कान।हॅंसता खेलता घर लगता है तभी मन्दिर समान,खील बताशे…

मधुर-मधुर मेरे दीपक जल

मधुर-मधुर मेरे दीपक जल

मधुर-मधुर मेरे दीपक जल नभ,जल और धरित्री का, अंधियारा छट जाएसदैव ऐसे मधुर-मधुर मेरे दीपक जल । पुनि स्नेहिल गंगा पर्वत शिलाओं से निकल जाए,सदैव ऐसे मधुर-मधुर मेरे दीपक जल । कभी भटकाव ना किसी की जिन्दगी में आए,सदैव ऐसे मधुर-मधुर मेरे दीपक जल । सत्य-न्याय की हवा, जल,थल,नभ में फैल जाए,सदैव ऐसे मधुर-मधुर मेरे…

मुझे दिवाली मनानी है

मुझे दिवाली मनानी है

मुझे दिवाली मनानी है आओ ना दिकु, ये दिवाली मुझे तेरे संग सजानी है,तेरी हंसी की रोशनी से हर रात को जगमगानी है। दीप जलें हैं चौखट पर, तेरे स्वागत की आस में,अब बस तेरी महक को साँसों में समेट लानी है। सजाई है रंगोली, जिसमें तेरी छवि उभर आई है,तेरी यादों की खुशबू से…

Happy diwali kavita

प्रकाशमय होवे सबका जीवन

प्रकाशमय होवे सबका जीवन दिवाली का त्योहार बड़ी खुशियों भरा,प्रकाशमय होवे सबका जीवन ये सारा। वसुबारस उर्वरता और प्रचुरता का प्रतीक,गौ माता के पूजन से मिलेगी समृद्धि अधिक। शारीरिक आरोग्य प्रसन्नता बढ़ाएं धन्वंतरी,अखंडता से होवे जीवन में धन वर्षाव भारी। सत्य का असत्य पर प्रभाव नरक चतुर्थी का,सदा जीवन सुख मिले यही भाव सत्कर्म का।…

अष्ट दीप दान

अष्ट दीप दान

अष्ट दीप दान आदि लक्ष्मी अर्पित करें, प्रथम दीप का दान।ह्रदय बुद्धि शीतल करें, और बढ़ाएँ मान।। 1।। धन लक्ष्मी को दीजिये, दूजा दीपक दान।भौतिक सुख सम्पन्नता, मान और सम्मान।। 2।। कौशल प्रतिभा ज्ञान का, दीप तीसरा दान।विद्या लक्ष्मी जान कर, मनुज बढ़ाया मान।। 3 ।। अन्न बिना जीवन नही, अर्पित लक्ष्मी धान ।चौथा दीपक…

Diwali tyohar kavita

दीपावली सबसे प्यारा त्यौहार

दीपावली सबसे प्यारा त्यौहार दीपावली है दीपोत्सव का सबसे प्यारा त्यौहार,दीपक जलाकर इसे मनाता हैं देखो सारा संसार।जगमगाता है जग, दीपक की ज्योति की लौ से,दीप जलाते,खुशी मनाते हैं, है रंगोली की भरमार।। दीपावली सनातनियों का है सबसे प्यारा त्यौहार,जग के अंधकार मिटाता है होती रोशनी की भरमार ।बुराई से अच्छाई की विजय कर घर…