Hamre Deshwa

सुलग रही है | Kavita Sulag Rahi Hai

सुलग रही है ( Sulag Rahi Hai ) सुलग रही है मातृभूमि के ,सीने पर चिंगारी । आज उऋण होने की कर लें ,हम पूरी तैयारी ।। जगह जगह बारूद बिछी है ,जगह जगह हैं शोले ग़द्दारों को थमा दिये हैं,दुश्मन ने हथगोले लूटपाट क्या ख़ून खराबा, सब इनसे करवा कर भरता है वो अभिलाषा…

हॉकी का कांस्य पदक

हॉकी का कांस्य पदक | Kavita Hockey Kansya Padak

हॉकी का कांस्य पदक ( Hockey Kansya Padak ) भारत के शेरों ने फिर परचम लहराया है। पेरिस में हॉकी का कांस्य पदक आया है। जुनून,जज़्बे ने दिलों को जीत लिया मधुर। गर्व से भारतवासियों का सिर ऊंचा उठाया है। हॉकी के मैदान में तिरंगा शान से फहराया है। हर चुनौती को वीरों ने वीरता…

एक हो गये हम

एक हो गये हम | Ek Ho Gaye Hum

एक हो गये हम ( Ek Ho Gaye Hum ) सावन निकले जा रहा, दिल भी मचले जा रहा। कैसे समझाये दिलको, जो मचले जा रहा। लगता है अब उसको, याद आ रही उनकी। जिसका ये दिल अब, आदि सा हो चुका है।। हाल ही में हुई है शादी, फिर आ गया जो सावन। जिसके…

भगवान पार्श्वनाथ

भगवान पार्श्वनाथ से गुहार : भजन

भगवान पार्श्वनाथ से गुहार हारे के सहारे आ जा, तेरा भक्त पुकारे आ जा। हम तो खड़े तेरे द्वार, सुन ले करुणा की पुकार। आओ नाथ पार्श्वनाथ आओ नाथ पार्श्वनाथ। आओ नाथ पार्श्वनाथ।। कोई सुनता नहीं, अब में क्या करूँ। दर्द दिल की दसा जा के किस से कहुँ। तेरे होते मेरी हार, कैसे करूँ…

जिंदगी का राज | Kavita Zindagi ka Raaz

जिंदगी का राज | Kavita Zindagi ka Raaz

जिंदगी का राज ( Zindagi ka Raaz ) मेरी मुस्कान का राज लोग पुछते हैं I क्योंकि, मैंने कभी दर्द की नुमाइश नही की I जिंदगी से जो मिला उसे कबूल किया I किसी चीज की मैंने कोई फरमाइश नही की I१I मुश्किल है यारो मुझे समझ पानाI क्योंकि, जीने के अलग है अंदाज मेरे…

Tootne Wali Thi

टूटने वाली थी | Tootne Wali Thi

टूटने वाली थी ( Tootne Wali Thi ) टूटने वाली थी पर टूटने नहीं दिया ख़ुद को, नाह इस दिल को! और ना ख़ुद को। संभाला कर रखा इस दिल को सबसे बचा कर अपने जज़्बातो को। समेटती रही उन यादों को कभी नाह वापस आने वाले उन लम्हों को। टूटने वाली थी पर टूटने…

कस्तूरी गंध | Kavita Kasturi Gandh

कस्तूरी गंध | Kavita Kasturi Gandh

कस्तूरी गंध ( Kasturi Gandh ) तुमको क्या मालूम कि, कितना प्यार किया करती हूं। ठोकर खाकर संभल-संभल,कर सदा बढ़ा करती हूं।‌। रुसवा ना हो जाए मोहब्बत की ये, दुनियां हमारी। मिले उमर लंबी इसको ये, दुआ किया करती हूं।। आशाओं के दीप जलाएं ,हृदय अंधेरी कुटिया। बाती बन में जली प्रियतम, सदा तुम्हारी सुधियां।।…

नाग पंचमी | Poem Nag Panchami

नाग पंचमी | Poem Nag Panchami

नाग पंचमी ( Nag Panchami ) गाय दुग्ध मे नहलाते नागों को नाग लोक मे, जले अग्नि मे महाभारत काल नाग यज्ञ में, रक्षा नागों की ब्राम्हण आस्तिक ने रोंक यज्ञ की, श्रावण शुक्ल पंचमी का दिन था यही विपुल, भाई बहन की है कथा इसमें बड़ी पावन, हम हर्षाते नागपंचमी कह इसे मनाते, दूं…

खुद का विश्वास

खुद का विश्वास | Khud ka Vishwas

खुद का विश्वास ( Khud ka Vishwas ) इस जमाने में लड़ाई स्वयं लड़ना पड़ता है। गैरो के भरोसे तो सिर्फ धोख़ा ही मिलता है। इसलिए भरोसा रखो तुम अपने बाजूओं पर। कामयाबी चूमलेगी निश्चित ही तुम्हारे खुदके कदम।। बड़ा टेड़ा है ये जमाना हाथो से रोटी छीनता है। भुजाओं में है तगाद तो शूरवीर…

उम्मीद

उम्मीद | Poem Ummeed

उम्मीद ( Ummeed ) एक उम्मीद सी,दिल में रहती है । जो प्यार से, हमसे कहती है । चिंताएं सारी ,छोड़ भी दो । खुशियों से , नाता जोड़ ही लो । वो दिन भी, जल्दी आयेगा । मन ,आनंदित हो जायेगा । जब साथ, मिलेगा अपनों का । संग संग देखे , सब सपनों…