हसरत | Kavita Hasrat

हसरत | Kavita Hasrat

हसरत ( Hasrat ) मेरे दिल की किसी धड़कन में तेरी याद रहती है। कहीं जिंदा हैं वो लम्हे जिन्हें पल पल ये कहती है। चले आओ जरा बैठें हम उसी घाट पे चलके ! जहां की लहरों में अब भी तेरी तसवीर रहती है ।। के मुझको तो गिला कोई नहीं तेरी रुसवाई का…

भाव भक्ति के मारे 

भाव भक्ति के मारे | Bhav Bhakti ke Mare

भाव भक्ति के मारे  ( Bhav Bhakti ke Mare ) त्रिदेव तुम्हारी महिमा का, रस पीकर मतवारे, घूम रहें हैं गाते महिमा, गली-गली द्वारे-द्वारे, ढोलक झांझ म॔जीरा लेकर, नाचें भजन कीर्तन गाकर, भाव भक्ति के मारे, गली-गली द्वारे-द्वारे, जल नारियल बेलपत्र धतूरा, जिसके बिन अनुष्ठान अधूरा, चलें सभी सामग्री साजे, गली-गली द्वारे-द्वारे, चंद्र नाग डमरू…

देव है गुरुदेव | Geet Dev Hai Guru Dev

देव है गुरुदेव | Geet Dev Hai Guru Dev

देव है गुरुदेव ( Dev Hai Guru Dev ) हे देव गुरुदेव… हे देव गुरुदेव।। जो भी जपे तुमको सुबह और शाम। सुख शांति वो पाये जीवन में अपने। बस मन में अपने श्रध्दा तुम रखो। मानव धर्म का तुम बस निर्वाह करों। जीवन तेरा ये तब निश्चित ही बदलेगा।। हे देव गुरुदेव….। शिष्य पर…

समय के लम्हे | Kavita Samay ke Lamhe

समय के लम्हे | Kavita Samay ke Lamhe

समय के लम्हे ( Samay ke Lamhe ) काश! समय के वो लम्हे फिर से वापस आ जाएं । मुरझाए जो फूल पलाश के फिर से हर्षित हो जाएं।। फिर से हो चुहलबाज़ी उन तिरछी नजरों की। बिन बोले ही कहते जो बातें उन अधरों की। ये चुप्पी साधे होंठ फिर से मंद मंद मुस्काएं…

मानवता का कर्तव्य निभाता हूँ!

मानवता का कर्तव्य निभाता हूँ!

मानवता का कर्तव्य निभाता हूँ! सारा जगत अपना ही परिवार है। फिर क्यों जगत को बँटा पाता हूँ। मुझको हर एक प्राणी से प्यार है। प्रभु की हर संतान को हृदय से लगाता हूँ। मैं सदा भूखे को खाना खिलाता हूँ। प्यासों को सदैव, पानी पिलाता हूँ। सेवा ही जीवन, इसी में आनंद है। बस!…

स्मृतियाँ

स्मृतियाँ | Kavita Smritiyan

स्मृतियाँ ( Smritiyan ) स्मृतियों के घने बादल फिर से घिरकर आयें हैं सांध्य आकाश में सांध्य बेला में तारे छिप रहें हैं कभी तों कभी झिलमिला रहें हैं स्मृतियों के घने बादल फिर से घिर रहें हैं घनघोर होगीं फिर वर्षा आसार नजर आ रहें हैं पग चिन्ह हैं तुम्हारे जानें के जो लौटकर…

बिन बुलाए | Bin Bulaye

बिन बुलाए | Bin Bulaye

बिन बुलाए ( Bin Bulaye ) बिन बुलाए आज तुम फिर कहां से आ गए हो। बंद पड़े सूने मकां की कुंडी खटखटा गए हो। मोगरे सी महका गई है तेरी यादों की खुशबू । छटपटा उठी जो दफन थी दिल में कोई जुस्तजू। पता नहीं अब क्या होगा आंख बाईं फड़का गये हो।। क्यों…

गुरु पूर्णिमा महापर्व 21 जुलाई 2024

गुरु पूर्णिमा महापर्व 21 जुलाई 2024

गुरु पूर्णिमा महापर्व 21 जुलाई 2024 हे गुरुवर , दो ऐसा वरदान मृदुल मधुर ह्रदय तरंग, स्वर श्रृंगार अनुपम । विमल वाणी ओज गायन, ज्योतिर्मय अन्तरतम । मानस सर नवरस लहर, गुंजित मधुमय गान । हे गुरुवर,दो ऐसा वरदान ।। दुर्बल छल बल मद माया, प्रसरित जग जन जन । प्रदत्त निर्मल विमल मति, तमस…

मैं और मेरे गुरु

मैं और मेरे गुरु | Main Aur Mere Guru

मैं और मेरे गुरु ( Main Aur Mere Guru ) मुझे यह मत कहो कि मेरी स्हायी की दवात खो गई मैं बस्ता घर भूल गया घर पर बहुत ज्यादा काम था बिल्ली ने तुम्हारा अंग्रेजी का पेपर खा लिया आप के लिए और लिखे हुए शब्द बेकार हो जाते हैं मुझे बहुत बड़बड़ाना पड़ता…

गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व

गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व

गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व आज गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व है आज गुरु महिमा पर पावन गर्व हैं बिना गुरु जग में कौन मेरा अपना गुरु के चरणों मे अभिनंदन गर्व है प्रथम गुरु मेरी माता दूसरा गुरु पिता तीनों को सिर झुका कर गर्व है नाल काटा नाभि से दाई बाई ने बंधन…