गुलाबी | Gulabi

गुलाबी ( Gulabi )   आई बेला मिलन की आप और गुलाबी हो गए पहले ही थे नैना मतवाले अब और शराबी हो गए झूम उठी है अमराई यौवन ने ली है...

जब मर्यादाएं बोझ लगे | Jab Maryadaye

जब मर्यादाएं बोझ लगे ( Jab maryadaye bojh lage )   जब मर्यादाएं बोझ लगे, जरा अंतर्मन में झांको तुम। क्या हमको संस्कार मिले थे, संस्कृति में ताको...

लेखक | Lekhak

लेखक ( Lekhak )    सत्य का समर्थन और गलत का विरोध ही साहित्य का मूल उद्देश्य है कहीं यह पुष्प सा कोमल कहीं पाषाण से भी सख्त है कहीं नमन...

घुटन | Ghutan

घुटन ( Ghutan )    भीतर की घुटन जला देती है जिंदा शरीर किताब के पन्नों में लगे दीमक की तरह खामोश जबान को शब्द ही नहीं मिलते शिकायत के लिए अपनों से मिले...

राम वैभव | Ram Vaibhav

राम वैभव ( Ram vaibhav )   वैदेही अनुपमा,राम वैभव आधार जनक दुलारी महिमा अद्भुत, प्रातः वंदनीय शुभकारी । राम रमाकर रोम रोम, पतिव्रता दिव्य अवतारी । शीर्ष आस्था सनातन धर्म, सुरभि संस्कृति...

बेचैन जिंदगी | Bechain Zindagi

बेचैन जिंदगी (Bechain zindagi)   कागज पर ही रहते हैं रिश्ते आजकल पहचान भर के लिए ही है रिश्ते आजकल सिमटती ही जा रही है, डोर रिश्तों की अब लगाव...

बसो इस हिये | Baso is Hiye

बसो इस हिये ( Baso is hiye )   पास जब तुम रहे क्षण वही तो प्रिये। गीत मैंने लिखे सब तुम्हारे लिये। जानता हूॅ कि यह स्वप्न संसार है। कुछ अनिश्चित क्षणों का...

प्रेम की दहलीज से | Prem ki Dehleez

प्रेम की दहलीज से ( Prem ki dehleez se )   प्रेम की दहलीज से,लौट रहीं वासनाएं *********** तन मन विमल मृदुल, मोहक अनुपम श्रृंगार । पूर्णता बन संपूर्णता , रिक्तियां सकल...

बेवफाई | Bewafai

बेवफाई ( Bewafai )    वक्त के धागे कभी, कमजोर नहीं होते तेरी यादों ने ही निभाई है, अपनी वफादारी बातों में छलावा था ,दिल में थी मक्कारी होठों की...

मेरी पूर्णता | Meri Purnata

मेरी पूर्णता ( Meri purnata )   यथार्थ के धरातल पर ही रहना पसंद है मुझे जो जमीन मेरी और मेरे लिए है उससे अलग की चाहत नहीं रखता क्यों रहूँ...