हमने पढने पर कब रोक लगाई है
हमने पढने पर कब रोक लगाई है हमने पढने पर कब रोक लगाई है। कपड़े सही कर लो इसीलिए तो ड्रेस लगाई है।। मैं नहीं कहता कि पश्चिम की कल्चर छोड़ दे। बस जरा खुले तन पर तू ओड ले।। आपत्ति नहीं है हमें तेरे जींस पर ,बस तू उसको फुल…
हमने पढने पर कब रोक लगाई है हमने पढने पर कब रोक लगाई है। कपड़े सही कर लो इसीलिए तो ड्रेस लगाई है।। मैं नहीं कहता कि पश्चिम की कल्चर छोड़ दे। बस जरा खुले तन पर तू ओड ले।। आपत्ति नहीं है हमें तेरे जींस पर ,बस तू उसको फुल…
महिलाएं *** स्वभाव से संजीदा हैं होती, यह नहीं किसी से है छिपी। पुनः एकबार प्रमाणित हुई है, येल यूनिवर्सिटी की शोध प्रकाशित हुई है। अमेरिकी! कोरोना संक्रमण से बचाव को कितने हैं संजीदा? देखा गया, महिलाओं और पुरुषों के व्यवहार पर अध्ययन किया गया; है कैसा उनका रहन-सहन? यह भी देखा गया। सुनकर न…
मेरा और उसका गुमान वो अपने को सरेख समझ, मुझे पागल समझती रही, अब देख मेरी समझ, उसके तजुर्बे बदल गए, अब मुझे ज्ञानी समझ , अपने को अज्ञानी समझ रही। कुछ शब्द बोल माइक पर, अपने को वक्ता समझती रही, अब मंचों पर देख शब्दों का सिलसिला मेरा,…
ढ़ाई आखर प्रेम के ( दोहे ) ( मंजूर के दोहे ) ***** १) ढ़ाई आखर प्रेम के,पंडित दियो बनाय। सद्भावना के पथ चले,जग को हिंद सुहाय।। २) ढ़ाई आखर प्रेम के,मित्रता दियो बढ़ाए। शत्रुता मिटाकर शत्रु जन,करने सलाह आए।। ३) ढ़ाई आखर प्रेम के, हैं उच्च शक्ति के पुंज। तमस मिटा रौशन करें,हर ले…
नारी : एक स्याह पक्ष ! ( मंजूर के दोहे ) ******* १) नारी नारी सब करें, किसी की यह न होय। उद्देश्य पूर्ति ज्यों भयो, पहचाने ना कोय।। २) नारी सम ना दुष्ट कोई, होवे विष की खान। दयी लयी कुछ निपट लो,संकट डाल न जान।। ३) त्रिया चरित्र की ये धनी,करें न कभी…
उम्मीद के चिराग ***** उम्मीद के चिराग जलाए रखिए, मन-मानस में सदैव संजोए रखिए। लाएगी सुंदर सुखद खबर शीघ्र- ना होईए अधीर; बदल देगी पल में बिगड़ी हुई तकदीर। उम्मीद का चिराग- आशा है , किरण है , सपना है, इसकी ताक में सदा रहना है। देखें कब यह जलता है? आपका किया हुआ कैसे…
याद तेरी जब आती है ***** पुलकित हो जाए रोम रोम, सतरंगी दिखे है मुझको व्योम। रवि की रश्मियां नहला जातीं, व्यथित मन भी बहला जातीं। प्रेम सागर में गोते लगाएं, कभी डूबें कभी उतराएं। संगम चाहे व्याकुल मन, बिन तेरे न लागे मन। लुटा दूं तुम पर जीवन धन, महक उठता है कण कण।…