हमें आपसे | Ghazal Hame Aapse

हमें आपसे | Ghazal Hame Aapse

हमें आपसे  ( Hame Aapse ) हमें आपसे अब शिक़ायत नही है । मगर अब किसी से मुहब्बत नही है ।।१ झुके सिर हमारा किसी नाज़नी पे । अभी इस जहाँ में वो सूरत नहीं है ।।२ जिसे चाहने में भुलाया खुदी को । वही आज कहता हकीकत नही है ।।३ कसम आज अपनी उसे…

कहानी प्यार की | Kahani Pyar Ki

कहानी प्यार की | Kahani Pyar Ki

कहानी प्यार की ( Kahani Pyar Ki ) कहानी प्यार की हर एक ही नमकीन होती है मगर जब ख़त्म होती है बहुत ग़मगीन होती है ज़माने से यही हमने सुना है आजतक लोगो किसी के प्यार से ही ज़िन्दगी रंगीन होती है बदल लेती है कपड़ों की तरह यह दिल की चाहत को जवानी…

रुलाती हमको | Ghazal Rulati Humko

रुलाती हमको | Ghazal Rulati Humko

रुलाती हमको ( Rulati Humko ) खिलातीं रोज़ गुल ये तितलियाँ हैं हुई भँवरों की गुम सब मस्तियाँ हैं हमारे साथ बस वीरानियाँ हैं जिधर देखो उधर तनहाइयाँ हैं ग़ज़ब की झोपडी में चुप्पियाँ हैं किसी मरते की शायद हिचकियाँ हैं रुलाती हमको उजड़ी बस्तियाँ ये कि डूबी बारिशों में कश्तियाँ हैं मुसीबत में नहीं…

मेरी तलाश में है | Meri Talash Mein Hai

मेरी तलाश में है | Meri Talash Mein Hai

मेरी तलाश में है ( Meri talash Mein Hai ) भटक रहा जो बराबर मेरी तलाश में है। सुना है मेरा वो दिलवर मेरी तलाश में है। किसी का प्यार मुकर्रर मेरी तलाश में है। ख़ुशी है मुझको, मुक़द्दर मेरी तलाश में है। ज़रा सा क़तरा हूँ लेकिन नसीब है मेरा, जो ख़ुद ही एक…

Ghazal Bina Unke

बिना उनके | Ghazal Bina Unke

बिना उनके ( Bina Unke ) बिना उनके हमारी आँख में सपना नहीं रहता हमारी ज़िन्दगी वह है हमें कहना नहीं रहता बहन अब बाँध दो राखी हमारे हाँथ में आकर बता दो पाक इससे अब कहीं रिश्ता नहीं रहता हवाएं चल पड़ी हैं आज कुछ ऐसी ज़माने में सुना इंसान का इंसान से नाता…

उंगलियां उठा देंगे | ग़ज़ल दो क़ाफ़ियों में

उंगलियां उठा देंगे | ग़ज़ल दो क़ाफ़ियों में

उंगलियां उठा देंगे ( Ungliyan Utha Denge ) ज़मीने-दिल पे तो हम कहकशां भी ला देंगे तमाम लोग यहाँ उंगलियां उठा देंगै कहीं नमक तो कहीं मिर्चियां मिला देंगे दिलों में लोग यूँ हीं दूरियां बढ़ा देंगे ज़माना हमको भी मुजरिम क़रार दे देगा किसी से ऐसी कोई दास्तां लिखा देंगे किसी को सच की…

आज़म नैय्यर की ग़ज़लें | Aazam Nayyar Poetry

आज़म नैय्यर की ग़ज़लें | Aazam Nayyar Poetry

नहीं होती ग़म भरी कभी मेरी जिंदगी नहीं होतीहर ख़ुशी जुदा मुझसे कभी नहीं होती दिल भरा नहीं रहता हर घड़ी उदासी सेबेवफ़ा उसी की जो आशिक़ी नहीं होती ज़ीस्त में नहीं होता आज कल अकेलापनग़ैर गर वहीं मुझसे दोस्ती नहीं होती वो निकाह से ही इंकार जो नहीं करताफ़िर निगाह अश्कों से भरी नहीं…

मिजाज | Mijaaj

मिजाज | Mijaaj

मिजाज एक लम्हे में कैसे मिजाज बदल लेते हैं, यह जहां पल में रिश्ते तमाम बदल लेते हैं। इतनी जल्दी तो मौसम भी नहीं बदला करते, यह ऐसे बदलते जैसे लिबास बदल लेते हैं। एहसास-ओ-जज़्बात से खाली हो गए हैं सारे, ये मतलब के लिए तो ख़्याले-मीरास बदल लेते हैं। तुम उनको जवाब देकर तो…

झूठा ज़रूर निकलेगा

झूठा ज़रूर निकलेगा | Jhutha Zaroor Nikalega

झूठा ज़रूर निकलेगा ( Jhutha Zaroor Niklega ) तेरा ये फ़ैसला झूठा ज़रूर निकलेगा कुसूरवार जो था बेकुसूर निकलेगा यक़ीं है शोख का इक दिन ग़ुरूर निकलेगा वो मेरी राह से होकर ज़रूर निकलेगा पलट रहा है वरक़ फिर कोई कहानी के न जाने कितने दिलों का फ़ितूर निकलेगा पिला न साक़िया अब और जाम…

मेरे होंठों की उसने हंसी छीन ली

मेरे होंठों की उसने हंसी छीन ली

मेरे होंठों की उसने हंसी छीन ली तीरगी बख़्श दी रोशनी छीन ली। मेरे होंठों की उसने हंसी छीन ली। मुस्कुराती थी जो मेरे रुख़ पर सदा। उसने ख़ुशियों की वो चांदनी छीन ली। जाम नज़रों से उसने पिला कर मुझे। मेरे होंठों की सब तिश्नगी छीन ली। मुस्कुरा कर मुझे इक नज़र देख कर।…