समेट लूं

समेट लूं | Samet lun ghazal

 समेट लूं  ( Samet lun )   ⛅ मैं प्यार का उसके रिश्ता समेट लूं वो उम्रभर दिल में चेहरा समेट लूं ⛅ ख़ुशबू बनके सदा मुझमे महके वही की अंश साँसों में उसका समेट लूं ⛅ जो साथ में गुजरे पल है उसके कभी दिल में अपने मैं वो लम्हा समेट लूं ⛅ जो…

बोझिल सांसें

बोझिल सांसें | Bojhil saansein ghazal

 बोझिल सांसें  ( Bojhil saansein )   ❣️ रोज़ निकली दिल से ही आहें बहुत आजकल बोझिल रहती सांसें बहुत ❣️ ढूंढ़ता ही मैं रहा राहें वफ़ा बेवफ़ा मिलती रही राहें बहुत ❣️ जख़्म कुछ ऐसे मिले अपनों से है रोज़ अश्कों में भीगी आंखें बहुत ❣️ प्यार की बातें नहीं वो करते है अपने…

कोई मिले तो सही मुझे भी दिल लगाना है

दिल लगाना है मुझे भी | Ghazal by Nepali Urdu poet

 दिल लगाना है मुझे भी  ( Dil lagana hai mujhe bhi )     अमीर खुसरो से लेकर गुलज़ार, ग़ालिब है दीवाना बचूंगा भला मैं कैसे इस मुहब्बत से दिल लगाना है मुझे भी दिलकशी जानना है जान – ए- बहार के वक़्त रश्क-ए-चमन में मुझे भी यारी का खुसबू लुटाना है कोई मिले तो सही मुझे भी दिल लगाना है खुद की क़त्ल की तैयारी कर रहा हूँ मेरे यार मुहब्बत करना है, और करना भी क्या है मेरे यार ज़ोहरा-जबीं, तेरे नूर से अपनी नफ़्स को सजाना है भले देर से मिलो मगर तुम्हे कसकर गले लगाना है सर भारी है और बदन को भी पाक होनी है जिस रोज इश्क़-ए-मान, तुम मिलोगी…

ये मोहब्बत कैसी है

ये मोहब्बत कैसी है | Mohabbat ki shayari Hindi

 ये मोहब्बत कैसी है  ( Yeh  mohabbat kaisi hai )   यह मोहब्बत है तेरी जो तुझे बेजार कर दिया है ये कैसी मोहब्बत है जो खुद को शर्मसार कर दिया है   वह खेलती है कैसे तेरी मोहब्बत से तेरी जान बन कर तोड़ी है दिल तेरा और टुकड़े हजार कर दिया है  …

काश तुम मेरा प्यार हो जाओ और मैं तुम्हारा प्यार हो जाऊँ

  ख्वाहिश | Prem wali shayari

  ख्वाहिश   ( Khwahish )   काश तुम मेरी सर्दियों की अदरक वाली चाय हो जाओ और मैं तुम्हारी सुबह का पहला अखबार हो जाऊँ काश तुम मेरी ओस की बूँदें हो जाओ और मैं तुम्हारी कोहरे की फुहार हो जाऊँ काश तुम मेरी सुर्ख़ रंग गुलाबी हो जाओ और मैं तुम्हारे ग़ुलाबों की बौछार…

मुश्किलों से निकलने का रास्ता दिखा

या खुदा कर दे रिहा

  या खुदा कर दे रिहा ( Ya khuda kar de riha )   हर पल यूँ ही आँखे भर जाना उदासी को दर्शाती है, खामोश रह, सब कुछ बर्दाश करना घुटन को बतलाती है ।। ये खुदा मुझे बहरा बना दे, कि कुछ सुन न सकूँ । या खुदा पत्थर दिल बना दे कि…

ये वादे तो रोज करते हैं, मगर फिर भूल जाते हैं ।

आजकल के नेता | Political shayari

आजकल के नेता ( Aajkal ke neta )   ये वादे तो रोज करते हैं, मगर फिर भूल जाते हैं ।    ये ऐसे दोस्त हैं जो पीठ पर खंजर चुभाते हैं !   करेंगे  सब  की  सेवा देश को आगे बढ़ाएंगे,   इलेक्शन जीतने के बाद ये  सब  भूल  जाते  हैं   हमीं वादों…

यूं तो अकेले होने का हौसला रखती हूं,

यूँ तो | Yun to kavita

यूँ तो  ( Yun to : Hindi poem )   यूं तो अकेले जीने का हौसला रखती हूं, फिर कभी किसी का साथ क्यों चाहती हूं ।   यूं तो मंजिल अकेले ही तय करनी है मुझे, फिर क्यों साथ सब के होना चाहती हूं ।   यूं तो अकेली कर ली हूँ खुद को…

लफ़्ज़ों में भावनाओं की अभिव्यक्ति

कुछ लफ़्ज़ों में भावनाओं की अभिव्यक्ति

कई कई अर्थ लिए कुछ लफ़्ज़ों में भावनाओं की अभिव्यक्ति 1.   जुबाँ है पर आवाज नहीं,         और खामोशी में भी बातें हैं !         जुबाँ हो के भी गूंगी हो गई,         खामोश हो सब कुछ कर गई !! 2.   यूँ तो जिंदगी है        …