Andekha gareeb

अनदेखा गरीब | Andekha gareeb

इसलिए मैं हुआ अनदेखा गरीब हूँ! ( Isliye main hua andekha gareeb hoon )     इसलिए मैं हुआ अनदेखा गरीब हूँ! मैं अमीरों में था यूं तन्हा गरीब हूँ   तू अमीर तुझसे क्या दोस्ती है मेरी सुन ज़रा बात तू मैं  यारा गरीब हूँ   इतनी मिलती नहीं है मजदूरी मुझे कैसे आटा…

Muhabbat geet

मुहब्बत तुझे दिल में उतार दिया | Muhabbat geet

मुहब्बत तुझे दिल में उतार दिया ( Muhabbat tujhe dil mein utar diya )     मुहब्बत तुझे दिल से उतार दिया तेरी आरजू अब न करेगे हम   मिली नफ़रत प्यार से बहुत है प्यार की झलक कब मिली है   सजा बन गयी प्यार की लगी जिंदगी जल रही है ग़म से  …

Mahangai poem

आज आटा देख महंगा कर दिया | Mahangai poem

आज आटा देख महंगा कर दिया ( Aaj aata dekh mahanga kar diya )     आज आटा देख महंगा कर दिया! मुफ़लिसी पर जुल्म ऐसा कर दिया   नोटबंदी ऐसी हुई है मुल्क में यार सारा रद्दी पैसा कर दिया   लड़ रहे है रहनुमा से नौजवां नौकरी का झूठ वादा कर दिया  …

Hunkar ki poetry

रंग नहीं है अब कोई भी | Hunkar ki poetry

रंग नहीं है अब कोई भी ( Rang nahin hai ab koi bhi )   रंग नही हैं अब कोई भी, जीवन  की  रंगोली में।   जाने कितने जहर भरे हैं, अब लोगों की बोली में।   चेहरे पर भी इक चेहरा है, कैसे  किसको पहचाने,   भीड़ मे भी हुंकार अकेला, रंगहीन  इस  होली…

Ishq ghazal

इश्क़ बस एक बार होता है | Ishq ghazal

इश्क़ बस एक बार होता है ( Ishq bas ek baar hota hai )   इश्क़ बस एक बार होता है कुछ दिनों का ही यार होता है   रात दिन याद है सताती फिर रात दिन इंतज़ार होता है   इश्क़ में कब किसे मिली खुशियां इश्क बस अश्कबार होता है   आपको क्या…

Meri neend kam khwaab ho tum

मेरी नींद का ख्वाब हो तुम | Meri Neend ka Khwaab ho Tum

मेरी नींद का ख़्वाब हो तुम ( Meri neend ka khwaab ho tum )   टूटे है भरम दिल के सभी तेरे दर से लौट आये हम   बस मेरा ख़्वाब था तू कोई हक़ीक़त नहीं   अगर किसी मोड़ पर मिल जाये कभी   तो निगाहें बचाकर पास से गुजर जाना   कभी याद…

Hain kal ke hi janaze

हैं कल के ही जनाजे, कान्धे बदल गये हैं | Hain kal ke hi janaze | Ghazal

हैं कल के ही जनाजे, कान्धे बदल गये हैं! ( Hain kal ke hi janaze,kandhe badal gaye hain )     हैं कल के ही जनाजे, कान्धे बदल गये हैं! चेहरे बदल गये ‌ हैं , मातम बहल गये हैं!   तूफान जैसा आया, लगता है आजकल तो खामोश कातिलों से , सीने  दहल  गये…

Dil shayari in Hindi

पास में वो आजकल चेहरा नहीं | Dil shayari in Hindi

पास में वो आजकल चेहरा नहीं! ( Paas mein wo aajkal chehra nahi )     पास में वो आजकल चेहरा नहीं! इसलिए दिल अब यहाँ लगता नहीं   याद आये तू नहीं जो रात दिन जीस्त में ऐसा मगर लम्हा नहीं   हो गया किस बात का इतना गरूर वो ख़ुशी से अब मगर…

Ghazal in dinon

दुश्मनी की खूब गोली चली इन दिनों | Ghazal in dinon

दुश्मनी की खूब गोली चली इन दिनों! ( Dushmani ki khoob goli chali in dinon )     दुश्मनी की ख़ूब गोली चली इन दिनों! प्यार की डाली टूटी रही इन दिनों   फूल कैसे खिलेंगे यहाँ प्यार के है लगी सी नज़र जो  बुरी इन दिनों   सुख गये धूप से नफरतों की ही…

Gair hoon ghazal

ग़ैर हूँ ऐसा कुछ बोलकर वो गया | Gair hoon ghazal

ग़ैर हूँ ऐसा कुछ बोलकर वो गया ( Gair hoon aisa kuch bol kar wo gaya )     ग़ैर हूँ ऐसा कुछ बोलकर वो गया नफ़रतों का जहर घोलकर वो गया   इक झलक और दीदार उसका करा रब कभी जो खिड़की खोलकर वो गया   प्यार  की गुफ़्तगू की नहीं है उसनें तल्ख़…