Poem Holi Hai

होली है | Poem Holi Hai

होली है ( Holi Hai )   चादँ ने पूछा चादँनी से क्या है आज चाँदनी बोली होली है चन्दन की खुशबू लाई सुबह हवा आज गुलाल से हर फरद सरशारे रवाँ आज दुश्मन को भी गले लगाये आज ऊँच नीच का भेद मिटाये आज सबमे प्यार व मोहब्बत जगाये आज।। होली मुबारक🌹🌹   लेखिका…

Wafa ghazal

मुझे कब मगर वो वफ़ा दे गया | Wafa ghazal

मुझे कब मगर वो वफ़ा दे गया ( Mujhe kab magar wo wafa de gaya )     मुझे कब मगर वो वफ़ा दे गया वफ़ा में मुझे वो दग़ा दे गया   जिसे रात दिन चाह मैंनें बहुत मुझे हिज्र की वो सजा दे गया   ख़ुशी के दिये फूल उसको बहुत मुझे वो…

Ghazal in hindi

फूलों की मगर वो ही बौछार नहीं करता | Ghazal in hindi

फूलों की मगर वो ही बौछार नहीं करता ( Phoolon ki magar wo hi bauchhar nahi karta )     फूलों की  मगर वो ही बौछार नहीं करता इक़रार मुहब्बत वो ही यार नहीं करता   वो तल्ख़ करे है  बातें ख़ूब मगर मुझसे वो  यार ज़रा भी मुझसे प्यार नहीं करता   पर भेज…

Ghazal siyasat

सियासती बुरके पहनकर,वो बग़ावत कर रहे हैं | Ghazal

सियासती बुरके पहनकर,वो बग़ावत कर रहे हैं ( Siyasati burka pahan kar wo bagawat kar rahe hain )   सियासती बुरके पहनकर,वो बग़ावत कर रहे हैं !!– हर तरह से इस वतन में,रोज वहशत भर रहे हैं !!–   कहते – करना चाहते हैं, रहते लोगों की भलाई जुल्म सहते लोग उनसे,पर हिकारत कर रहे…

Sharab shayari in Hindi

आज पीते शराब देखा है | Sharab Shayari in Hindi

आज पीते शराब देखा है ( Aaj peete sharab dekha hai )     जो नहीं  है  नसीब में  मेरे रात भर उसका ख़्वाब देखा है   रोज दीदार को तरसे जिसकी आज  वो  बेनकाब  देखा  है   इसलिए दिल फ़िदा हुआ उसपर एक  चेहरा   गुलाब  देखा  है   कॉल कैसे वही  तुझे करता फ़ोन …

Poem on maa

जिंदगी की ही हर ख़ुशी है मां | Poem on maa

जिंदगी की ही हर ख़ुशी है मां ! ( Zindagi ki har khushi hai maa )     आपसे दूर जब से गया हूँ मैं आ रही याद आपकी है मां   किस तरह आपकी दवा लूं मैं ख़ूब घर में ही मुफ़लिसी है मां   आपकी बात याद है दिल में राह सच की…

Ghazal mehak

आज वो इंकलाब लिख दूँगा | Ghazal Aaj Wo Inqalab Likh Dunga

आज वो इंकलाब लिख दूँगा! ( Aaj wo inqalab likh dunga)     आज वो इंकलाब लिख दूँगा! हर अदू का हिसाब लिख दूँगा   हो महक हर पन्ने उसी की ही ख़ून से वो  क़िताब लिख दूँगा   साथ जो पल उसके  बिताए है हर किस्सा लाज़वाब लिख दूँगा   शक्ल से जो कभी…

Ghazal nafraton ki fiza

यहाँ चल रही नफ़रतों की फ़िज़ां है | Ghazal nafraton ki fiza

यहाँ चल रही नफ़रतों की फ़िज़ां है! ( Yahaan chal rahi nafraton ki fiza hai )     यहाँ  चल रही नफ़रतों की फ़िज़ां है! खिलेंगे नहीं प्यार के गुल यहाँ है   बिदा हो गयी है बहन आज घर से  यहाँ आंखों से ख़ूब आंसू  रवाँ है   सनम छोड़ दे तल्ख़ यूं बात…

Haal e dil

हाल ए दिल | Ghazal Haal -E- Dil

हाल ए दिल भी समझो ( Haal e dil bhi samjho )   1. क्यो करते हो सवाल, हाल ए दिल भी समझों। जीवन मे बडा बवाल, दर्द ए दिल को समझो। पी कर भांग धतूरा, जी करता है मै सो जाऊँ, मुश्किल  में हुंकार,  हमारे  दिल को समझों।   2. दिल का दरिया भरा,…

Ghazal aarzoo

यहाँ रोज़ जिसकी बहुत आरजू की | Ghazal aarzoo

यहाँ रोज़ जिसकी बहुत आरजू की ( Yahan roz jiski bahut aarzoo ki )     यहाँ रोज़ जिसकी बहुत आरजू की  उसी की बहुत कू ब कू जुस्तजू की   उसे फूल देने गया प्यार का था उसी ने मगर साथ में ख़ूब तू की   उसे ख़ूब आवाज दी यार हमने नहीं शक्ल…