इसलिए फ़ूल भेजा नहीं प्यार का | Ghazal

इसलिए फ़ूल भेजा नहीं प्यार का! ( Isliye phool bheja nahi pyar ka )    इसलिए फ़ूल भेजा नहीं प्यार का! है फ़रेबी भरा ख़ूब दिल  यार का  इसलिए...

कुछ रात ठहरी सी | Shero shayari

कुछ रात ठहरी सी ( Kuch raat gehri si )   कुछ रात ठहरी सी है , स्याह सी, गहरी सी हैधुंध को ओढ़े सी है ,...

गुलशन में ही शबनम ए दौर नहीं है | Gulshan shayari

गुलशन में ही शबनम ए दौर नहीं है ( Gulshan mein hi shabnam e daur nahin hai )    गुलशन में  ही शबनम ए  दौर नहीं है शाखों...

वो कहता रकीब हूँ बहुत मैं | Raqeeb shayari

वो कहता रकीब हूँ बहुत मैं! ( Wo kahta raqeeb hoon bahut main )    वो कहता  रकीब हूँ बहुत मैं! जिसका ही हबीब हूँ बहुत मैं  सामान खरीदूँ...

हसरतें | Hasratein shayari

हसरतें ( Hasratein )    हमारी  हसरतें भी थी  गुलों  के बीच  रहने  की, मगर  ताजिन्दगी  काँटों में ही उलझे रहे हरदम।   हम अपनी चाहतों के लाश को काधे...

तोड़ न उल्फ़त का रिश्ता तू | Ghazal

तोड़ न उल्फ़त का रिश्ता तू ( Tod na ulfat ka rishta too )   तोड़ न उल्फ़त का रिश्ता तू ग़ैर न कर मुझसे चेहरा तू   और नहीं...

मुझे उससे बहुत उल्फ़त हुई है | Ulfat shayari

मुझे उससे बहुत उल्फ़त हुई है ( Mujhe usse bahut ulfat hui hai )    मुझे उससे बहुत उल्फ़त हुई है उसी की रोज़ अब हसरत हुई है  बहुत...

हर ख़ुशी से ग़रीब ए आज़म | Gareeb Shayari

हर ख़ुशी से ग़रीब ए आज़म ( Har khushi se Garibe Aazam )    हर ख़ुशी से ग़रीब ए आज़म! बदलेगा कब नसीब ए आज़म  इसलिए शहर छोड़ आया...

इश्क में तेरे | Ishq shayari

इश्क में तेरे ( Ishq Mein Tere )    हम क्या थे  क्या हुये इश्क में तेरे दिल्लगी हुई दिल की लगी इश्क में तेरे  लफ्ज जो तू बोले,...

छोड़ दिया | Ghazal chhod diya

छोड़ दिया ( Chhod diya )   धीरे धीरे ही मगर छोड़ दिया, तेरी आदत सी पड़ गयी थी मुझे। कब तलक बेजती को सहते हम, खुद से...