पतझड़

पतझड़ | Patjhad

पतझड़ ( Patjhad )   दूसरों को पतझड़ देकर, लोग ख़्वाब देखते बाहर का; ख़ुद की ख़बर नहीं, इम्तिहान लेते हमारे सच्चे प्यार का ।   होंठों पर सजी झूठी मुस्कान अब रह गई किस काम की; जो दिल से ही निकाल दिया तुमने दर्द अपने दिलदार का ।   मिठास वो क्या जाने,जो चुरा…

प्यार का होगा इशारा देखते है

प्यार का होगा इशारा देखते है | Ghazal Pyar ka Ishara

प्यार का होगा इशारा देखते है ( Pyaar ka hoga ishara dekhte hai )     प्यार का होगा इशारा देखते है ! इसलिए रस्ता तुम्हारा देखते है   डूबा हूँ गहराई में उसकी इतना  प्यार का  हम तो  किनारा देखते है   छोड़ आये बेवफ़ा का शहर कल अब  कहां होगा गुजारा देखते है…

महका है गुल ज़नाब सावन का

महका है गुल ज़नाब सावन का | Poem in Hindi on sawan

महका है गुल ज़नाब सावन का ( Mahaka hai gul janab sawan ka )     महका है गुल ज़नाब सावन का ! देता  ख़ुशबू  गुलाब  सावन  का   कैसे  दीदार  हो  हंसी का फ़िर फ़ूलों पे जब  हिज़ाब सावन का   प्यार  हो  जैसे  बरसें  है  ऐसे की  नहीं  है  ज़वाब सावन का  …

समझें गर जो दोस्ती दुश्मनी नहीं होती

समझें गर जो दोस्ती दुश्मनी नहीं होती

समझें गर जो दोस्ती दुश्मनी नहीं होती ( Samajhen gar jo dosti dushmani nahi hoti )   समझें गर जो दोस्ती दुश्मनी नहीं होती! मुहब्बत  के ही बिना जिंदगी नहीं होती   करे  चुगली  हर  घड़ी जो सदा आपकी  ही उसको जीवन में  कभी फ़िर ख़ुशी नहीं होती   ख़िलाफ़ वो गर न होता अपना…

रोज़ है इंतजार सावन का

रोज़ है इंतजार सावन का | Sawan par Shayari

रोज़ है इंतजार सावन का ( Roz hai intezar sawan ka )   रोज़   है   इंतजार   सावन  का आकर बरसें अब प्यार सावन का   ऐसा बूंदों में  ही बजे सरगम  दिल  करे बेक़रार सावन का   भीगा जाये तन प्यार में इसके हो रहा दिल पे वार सावन का   फ़ूलों की ख़ुशबू सांसों…

रोज़ रब से मैं यारों ख़ुशी मांगता हूँ

रोज़ रब से मैं यारों ख़ुशी मांगता हूँ | Ghazal

रोज़ रब से मैं यारों ख़ुशी मांगता हूँ ( Roz rab se main yaron khushi mangata hoon )     रोज़ रब से मैं यारों ख़ुशी मांगता हूँ! दूर हो दुख अच्छी जिंदगी मांगता हूँ   उम्रभर  साथ  मेरा  निभाये वफ़ा एक ऐसी  रब से दोस्ती मांगता हूँ   प्यार हो वावफ़ा से भरी हो…

रात भर हम करवटें बदलते है

रात भर हम करवटें बदलते है | Ghazal Raat bhar

रात भर हम करवटें बदलते है ( Raat bhar hum karvaten badalte hai )   रात भर हम करवट बदलते है ! याद में उसकी रोज़ जलते है   जिंदगी ग़म भरी है ये  इतनी हाँ ख़ुशी के लिये तड़फतें है   याद आती है साथ गुजरे दिन जब गली से उसकी निकलते है  …

जिंदगी में हिज्र की ऐसी रवानी हो गयी

जिंदगी में हिज्र की ऐसी रवानी हो गयी | Ghazal

जिंदगी में हिज्र की ऐसी रवानी हो गयी ( Zindagi mein hijr ki aisi rawani ho gayi )     जिंदगी  में  हिज्र  की  ऐसी  रवानी  हो   गयी अब लबों की ही मुहब्बत इक कहानी हो गयी   अब ख़िलाफ़ उसके सभी को होना होगा हाँ मगर यार उसकी अब बहुत देखो मनमानी  हो गयी…

आयी देखो फुहार सावन की

आयी देखो फुहार सावन की | Aazam Poetry

आयी देखो फुहार सावन की ( Aayi dekho phuhaar sawan ki )     आयी देखो फुहार सावन की ! खिल रही है बहार सावन की   बूंदों में सरगम उल्फ़त की ऐसी दिल करे  बेक़रार सावन की   प्यास तन की जाने बुझेगी कब कर रहा  इंतिजार सावन की   गीत गाये ग़ज़ल यादों…

बेवफ़ाई का इशारा कर गया

बेवफ़ाई का इशारा कर गया | Bewafa par Ghazal

बेवफ़ाई का इशारा कर गया ( Bewafai ka ishara kar gaya )   बेवफ़ाई का  इशारा कर गया जिंदगी को बेसहारा कर गया   बन गया हूँ ग़ैर उसकी नजरों में आज राहों में किनारा कर गया   रात दिन आये ख़्वाबों में मेरी ही दिल घायल चेहरा तुम्हारा कर गया   तल्ख़ बातें वो…