कशमकश

कशमकश | Kashmakash shayari

कशमकश ( Kashmakash )   फैसला हक मे है मेरे या मेरी हार हुयी है। बस इसी कशमकश में रात फिर बेकार हुयी है।।   सोचते सोचते आंखों में आगये आंसू, फिर वही बात कि बारिश बहुत दमदार हुयी है।।   तमाशा देखने वालों कभी ये सोचा भी, यहां तक पहुंचने में हश्ती ख़ाकसार हुयी…

दोस्त हाले दिल अपना सुनाओ ज़रा

दोस्त हाले दिल अपना सुनाओ ज़रा | Ghazal Haal -E- Dil Apna Sunao

दोस्त हाले दिल अपना सुनाओ ज़रा   ( Dost haal -e- dil apna sunao jara )      दोस्त हाले दिल अपना सुनाओ ज़रा थे कहा तुम गले से लगाओ ज़रा   क्या किया इतने दिन गांव में ही तन्हा और अपनें बारे में बताओ ज़रा   क्या मिलेगा मुझे प्यार में रुलाकर और मुझको न…

मुस्कुराते रहे वो बिना बात पर

मुस्कुराते रहे वो बिना बात पर | Ghazal muskurate rahe wo

मुस्कुराते रहे वो बिना बात पर ( Muskurate rahe wo bina baat par )   मुस्कुराते   रहे    वो   बिना   बात पर। दिल पे  छाते   रहे हर  मुलाकात पर।।   तीर    ऐसे   नजर    से   चलाते   रहे। जुल्म   ढाते   रहे  पस्त  हालात  पर।।   है   नज़र  आ  रहे  हर  तरफ वो  हमें। इस तरह छा गये फिर …

अकेला हूँ चले आओ कहां हो

अकेला हूँ चले आओ कहां हो | Akela hoon shayari

अकेला हूँ चले आओ कहां हो ( Akela hoon chale aao kahan ho )     अकेला हूँ चले आओ कहां हो! न यूं ही छोड़कर जाओ कहां हो   रवानी नफ़रतों की ख़त्म होगी मुहब्बत बनके छाओं कहाँ हो   तुम्हारे घर आया मिलनें को कोई न इतने भाव यूं खाओ कहां हो  …

शाम ये आज कुछ ढली सी है

शाम ये आज कुछ ढली सी है | Shaam shayari in Hindi

शाम ये आज कुछ ढली सी है ( Shaam ye aaj kuch dhali si hai )   शाम ये आज कुछ ढली सी है। फिर महकती हवा चली सी है।।   लुत्फ मौसम का उठा लो अब तो। आज गर्दें भी कुछ धुली सी है।।   रूख़ बहारों का फिर ना यूं होगा। रूत भी…

हाँ बड़ा देखो खफ़ा अल्लाह है

हाँ बड़ा देखो खफ़ा अल्लाह है | Poem khafa Allah hai

हाँ बड़ा देखो खफ़ा अल्लाह है ! ( Han bada dekho khafa Allah hai )    हाँ बड़ा देखो खफ़ा अल्लाह है ! जब दिलों से ही जुदा अल्लाह है   की इबादत दिल से ही कर लो सभी हाँ दुआ करके मना अल्लाह है   एक दिन मिट जाऐगा सारा जहां हाँ रहेगा बस…

हाल देखा जो इन बहारों का

हाल देखा जो इन बहारों का | Baharon pe shayari

हाल देखा जो इन बहारों का ( Hal dekha jo in baharon ka )    हाल देखा जो इन बहारों का। दिल तड़पने लगा गुलज़ारों का।।   गुल भी चुभने लगे हैं छूने से। क्या कसूर फिर चमन में ख़ारों का।।   चांद भी कम नज़र में आता है। आब घटने लगा सितारों का।।  …

आजकल मिलनें को दिल मजबूर है

आजकल मिलनें को दिल मजबूर है | Dil majboor shayari

आजकल मिलने को दिल मजबूर है ( Aaj kal milne ko dil majboor hai )    आजकल मिलनें को दिल मजबूर है हाँ मगर मुझसे जो रहता दूर है   सच कहूं उससे बिछड़कर के मगर रोज़ दिल मेरा यादों में चूर है   हर क़दम पे साथ तेरा देगें हम प्यार क्या मेरा सनम…

है घडी दो घडी के मुसाफिर सभी ।

है घडी दो घडी के मुसाफिर सभी | Ghazal musafir sabhi

है घडी दो घडी के मुसाफिर सभी  ( Hai ghadi do ghadi ke musafir sabhi )   है घडी दो घडी के मुसाफिर सभी । समझते क्यूं नहीं बात ये फिर सभी।।   है खुदा वो बसा हर बशर में यहां। देख पाते नहीं लोग काफिर सभी ।।   याद करता ना कोई किसी को…

सदा वो बेवफ़ा चेहरा रहा है

सदा वो बेवफ़ा चेहरा रहा है | Ghazal bewafa chehra

सदा वो बेवफ़ा चेहरा रहा है ( Sada wo bewafa chehra raha hai )   सदा वो बेवफ़ा चेहरा रहा है कभी जिससे मेरा नाता रहा है   उसे कुछ याद भी हो या न हो अब मुझे वो याद सब वादा रहा है   वफ़ा झूठी दिखाकर रोज़ दिल से मुझे वो दर्द बस…