राह ए मंजिल से तुम लौट आना नहीं

राह ए मंजिल से तुम लौट आना नहीं

राह ए मंजिल से तुम लौट आना नहीं   राह ए मंजिल से तुम लौट आना नहीं। मुश्किलें देख कर सर झुकाना नहीं।।   कामयाबी मिले जो ना फिर भी कभी। अश्क कोई कभी तुम बहाना नहीं।।   कुछ असंभव नहीं है जहां में यहां। याद रखना कभी भूल जाना नहीं।।   बाजुओं का भरोसा…

देखा है जब से तुम्हें

देखा है जब से तुम्हें | Poem dekha hai jab se

देखा है जब से तुम्हें ( Dekha hai jab se tumhe )    देखा है जब से तुम्हें दिल में ख़ुशी है बहुत ये आजकल धड़कनों में बेकली है बहुत   मैं सच कहूं भूल पाया ही नहीं हूँ तुझको तुझसे मुझे आज भी ये आशिक़ी है बहुत   जो कल तलक था मेरा दुश्मन…

नहीं कोई अपना यहां

नहीं कोई अपना यहां | Ghazal nahin koi apna yahaan

नहीं कोई अपना यहां ( Nahin koi apna yahaan )    इस जहां में नहीं कोई अपना यहां। जो नज़र आ रहा वो है सपना यहां।।   दर्द अपना दिलों में छुपा कर सदा। हर कदम पर पड़ेगा तड़पना यहां।।   साथ किसका करे मतलबी है सभी। खुद पड़ेगा अकेले ही चलना यहां।।   कल…

खो गया कहीं 

खो गया कहीं | Ghazal kho gaya kahin

खो गया कहीं  ( Kho gaya kahin )    खो गया कहीं खुशियों का ही रास्ता मेरा जीस्त का सफ़र ये कुछ ऐसा कटा मेरा   कर यकीन मैं तुझसे ही वफ़ा निभाऊंगा दिल कभी न होगा ये यार बेवफ़ा मेरा   जंग जीत लूंगा मैं तो कभी मुहब्बत की दिल का ही कभी टूटेगा…

आसमाँ को वही चूम पाया कभी

आसमाँ को वही चूम पाया कभी | Hausala shayari

आसमाँ को वही चूम पाया कभी   आसमाँ को वही चूम पाया कभी। पांव पीछे न जिसने हटाया कभी।।   आज ऐसा ज़माने में कोई नहीं। बौझ ग़म का न जिसने उठाया कभी।।   चैन से रह ना पाया ज़माने में वो। दिल किसी भी बशर का दुखाया कभी।   वो खुशी भी उसे दिल…

बावफ़ा मिलता नहीं

बावफ़ा मिलता नहीं | Bawafa shayari

बावफ़ा मिलता नहीं ( Bawafa milta nahin )    इस नगर में ही कोई भी बावफ़ा मिलता नहीं हम सफ़र कोई भी ऐसा आशना मिलता नहीं   हर तरफ अब तो दिलों में नफ़रतें पल रही आदमी में देखिए अब देवता मिलता नहीं   उम्रभर ये जिंदगी मैं नाम कर दूं आपके प्यार का ही…

ये शोखियां ये अदाएं

ये शोखियां ये अदाएं | Shokhi shayari

ये शोखियां ये अदाएं ( Ye shokhiyan ye adayein )      ये शोखियां ये अदाएं जवां रहे यूं सदा। मदमस्त तेरी निगाहें जवां रहे यूं सदा।।   हुश्नो-जमाल देखकर जो ठिठक जाते अक्सर। जवां दिलों की वो आंहें जवां रहें यूं सदा।।   आतुर रहे अपनी आगोश में लेने के लिए । वो तेरी…

दोस्त आ शहर से अब चले गांव में

दोस्त आ शहर से अब चले गांव में | Gaon par shayari

दोस्त आ शहर से अब चले गांव में ( Dost aa shahar se ab chale gaon mein )      दोस्त आ शहर से अब चले गांव में साथ अपनों के जाकर रहे गांव में   नफ़रतें है यहां शहर में हर तरफ़ प्यार से लोग देखो भरे गांव में   कौन है इस नगर…

कौन समझे यहां पर जुबां प्यार की।

कौन समझे यहां पर जुबां प्यार की | Zuban pyar ki shayari

कौन समझे यहां पर जुबां प्यार की ( Kaun samjhe yahan par zuban pyar ki )    कौन समझे यहां पर जुबां प्यार की। रौनकें खो गई सारी गुलजार की।।   हर तरफ तल्खियों का है मौसम सदा। छा रही है बहारें यहां ख़ार की।।   छल-कपट से भरा हर बशर है यहां। बात सारे…

टपकती उसके न लब से शबनमी है

आज़म की शायरी | Aazam ki shayari

कब मुझे कब मुझे ही करार मिलता है ग़म यहाँ बेशुमार मिलता है कर लिये फोन भी बहुत उसको कब मुझे आकर यार मिलता है सिर्फ़ अब तो भरी हसद दिल में कब दिलों में ही प्यार मिलता है कब किसे ही सनम मयस्सर हो इश्क में इंतिज़ार मिलता है इश्क़ से ही अमीर होते…