ईद की आयी यारों हसीं रात है

ईद की आयी यारों हसीं रात है | Eid shayari

ईद की आयी यारों हसीं रात है ( Eid ki aayi yaaron haseen raat hai )     ईद की आयी यारों हसीं रात है हर तरफ़ खुशियों की चांदनी रात है   दुश्मनों के पहरे हट गऐ शहर से हां गमों की यारों ढ़ल गयी रात है   वरना खो जाऐगे शहर की गलियों…

ख़ुशी की ख़ुदा वो बहार दें !

ख़ुशी की ख़ुदा वो बहार दें | Khushi shayari

ख़ुशी की ख़ुदा वो बहार दें ! ( Khushi ki khuda wo bahar de )   ख़ुशी की ख़ुदा वो बहार दें! नहीं और ग़म का  ख़ुमार दें   सनम लौट आ घर मुझे मिलनें न तू और यूं इन्तजार दें   सभी दुख दिल से भूल जाऊं मैं कितना जिंदगी में तू प्यार दें…

बेटी को न परेशान करो 

बेटी को न परेशान करो | Poem on beti

बेटी को न परेशान करो  ( Beti ko na pareshan karo )     बेटी को न परेशान करो हर नारी का सम्मान करो   पढ़ने दो है जान वतन की शिक्षा से न उसको वीरान करो   दादी है नानी है मां है हां नारी का सम्मान करो   उल्फ़त से सीचो धरती मां…

ऐसा जहां में देखो हुस्ने शबाब उतरा

ऐसा जहां में देखो हुस्ने शबाब उतरा | Ghazal India

ऐसा जहां में देखो हुस्ने शबाब उतरा ( Aisa jahan mein dekho husne shabab utra )   ऐसा जहां में देखो हुस्ने शबाब उतरा जैसे जमीं पे ए यारों आफ़ताब उतरा   जिसकी महक ने ही दीवाना बना दिया है दिल में मगर ऐसा वो मेरे गुलाब उतरा   उल्फ़त फ़ना दिलों से अब हो…

था वो हुस्नो  शबाब से पानी

था वो हुस्नो शबाब से पानी | New ghazal

था वो हुस्नो शबाब से पानी   था वो हुस्ने  शबाब से पानी ख़ूब महका गुलाब से पानी   उतरेगा प्यार का नशा कैसे पी न ऐसे शराब से पानी   लें आया वो शराब पीने को जब मांगा है ज़नाब से पानी   रो पड़ा कोई शब्द यादों का यार छलका किताब से पानी…

याद आज़म को बहुत ही आ रही है आपकी

याद आज़म को बहुत ही आ रही है आपकी | Ghazal yaad aap ki

याद आज़म को बहुत ही आ रही है आपकी ( Yaad azam ko bahut hi aa rahi hai aapki )     याद आज़म को बहुत ही आ रही है आपकी ज़िन्दगी में रोज़ ही लगती  कमी है आपकी   इसलिये तो हम चले आये नगर मिलने तुम्हें की ख़बर कुछ भी नहीं हमदम मिली…

रोज़ उसकी आरजू ये जिंदगी करती रही

रोज़ उसकी आरजू ये जिंदगी करती रही | Aarzoo shayari

रोज़ उसकी आरजू ये जिंदगी करती रही ( Roz uski aarzoo ye zindagi karti rahi )     यार पाने को उसको ही बेकली करती रही रोज़ उसकी आरजू ये जिंदगी करती रही   पर यहाँ चेहरे हज़ारों थे नगर की  भीड़ में ज़ीस्त उसके फ़ासिलो का मातमी करती रही   क़ैद जैसे रूह उसकी…

कर गया है मेरा ही दग़ा आज दिल | Ghazal daga dil

कर गया है मेरा ही दग़ा आज दिल | Ghazal daga dil

कर गया है मेरा ही दग़ा आज दिल  ( Kar gaya hai mera hi daga aaj dil )     कर गया है मेरा ही दग़ा आज दिल ये किसी पे फ़िदा हो गया आज दिल   आज तो याद आयी किसी की इतनी इस कदर ये आहें भर रहा आज दिल   चाह तक़दीर…

अपनों की याद में

अपनों की याद में | Aap ki yaad mein shayari

अपनों की याद में ! ( Aap ki yaad mein )     बह रहे आंसू अपनों की याद में! घर जब से परदेश आया  छोड़कर   व़क्त कटता शहर में तन्हा न था गांव लौटा  हूं यारों की याद में   कर रहूं अफ़सोस दिल में रात दिन उसके झूठे हर वादों की याद…

मोड़कर मुंह यूं चलना नहीं

मोड़कर मुंह यूं चलना नहीं | Ruthana shayari

मोड़कर मुंह यूं चलना नहीं     मोड़कर मुंह यूं चलना नहीं रूठना तेरा अच्छा नहीं     शहर से उसके आया जब से दिल कहीं और लगता नहीं   देखता हूं जिसके प्यार का  वो ही करता इशारा नहीं   छेड़ देता उसका जिक्र जो जख़्म दिल का भरता नहीं   खो गया जो…