Zindagi pe kavita
Zindagi pe kavita

जिंदगी एक किताब है

( Zindagi ek kitab hai )

 

जिंदगी एक किताब है
जिसमें अनेक पन्ने हैं,
कुछ पन्ने फूल के, कुछ कागज के
जिसमें सुख-दुख की कहानी लिखी है
बीती हुई अपनी जवानी लिखी है,
जिसमें खुशियां भी है गम भी है
कुछ ज्यादा भी है कुछ कम भी है
ढेर सारी पुरानी यादें हैं
जीवन के सही गलत ईरादे है
टूटते सपनो की कथा है
दिल के दर्द की व्यथा है
खुशियों की चार बातें हैं खट्टी मीठी रातें हैं
थोड़ी बहुत मस्ती है डूबती कश्ती है
अपनों का सहारा है छूटता किनारा है
ऐसी अद्भुत हमारी किताब है
जिसमें पूरे जीवन की झाप है
कुछ पन्ने हंसाते हैं कुछ रुलाते हैं
फिर भी सभी पन्ने बहुत याद आते हैं।।

 

कवि : रुपेश कुमार यादव ” रूप ”
औराई, भदोही
( उत्तर प्रदेश।)

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