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Hindi Ghazal | Hindi Romantic Poetry -प्रेम दीवानी!
प्रेम दीवानी! ( Prem Deewani ) ***** छलकती आंखों से वो ख्वाब दिखता है, महबूब मेरा बस लाजवाब दिखता है। पहन लिया है चूड़ी बिंदी पायल झुमका, आ जाए बस तो लगाऊं ठुमका! बैठी हूं इंतजार में, दूजा दिखता नहीं संसार में। लम्हा लम्हा वक्त बीत रहा है, जाने कहां अब तक फंसा हुआ है?…
चलो आज आजादी को हम घर ले आए | Poem on independence day in Hindi
चलो आज आजादी को हम घर ले आए ( Chalo aaj azadi ko hum ghar le aaye ) चलो आज आजादी को हम घर ले आयें !! उसको भावों के चन्दन अक्षत से पूजें स्नेहों के पुष्प माल पहनाएँ !! चलो आज आजादी को हम घर ले आयें !! गत सात दशक से आजादी…
पूनम की रात हो पिया मेरे साथ हो | Hindi romantic kavita
पूनम की रात हो, पिया मेरे साथ हो ( Poonam ki raat ho piya mere sath ho ) पूनम की चाँदनी रात हो,पिया मेरे साथ हो | नजरे जरा झुकी हो,दिल से दिल की बात हो || फूलो के सेज हो,केवल मेरे पिया साथ हो | धीमी धीमी रौशनी हो,फिर सुनेहरी रात हो…
भिखारी | Hindi Poem on Bhikhari
भिखारी ( Bhikhari ) फटे पुराने कपड़ों में मारे मारे फिरते हैं भिखारी, इस गांव से उस गांव तक इस शहर से उस शहर तक न जाने कहां कहां ? फिरते हैं भिखारी । अपनी भूख मिटाने/गृहस्थी चलाने को न जाने क्या क्या करते हैं भिखारी? हम दो चार पैसे दे- अनमने ढंग से…
संघर्ष पथ पर | Kavita Sangharsh Path par
संघर्ष पथ पर, मानव सदा अकेला स्वार्थी रिश्ते नाते परिवार समाज, सफलता संग अपनत्व भाव । विपरित कटु वचन प्रहार, शत्रुवत आचरण बर्ताव । आलोचना तीर अवरोध पर्याय, कदम कदम कंटक मेला । संघर्ष पथ पर,मानव सदा अकेला ।। लक्ष्य राह दिग्भ्रमित युक्ति, प्रेरणा अनुग्रह विलोपन । दमन आशा उमंग उल्लास, नैराश्य बीज घट…
जीवन तरंगिणी : ( दिकु के प्रति प्रेम के भाव )
जीवन तरंगिणी ( Jeevan tarangini ) जीवन की इस तरंगिणी में, तेरे साथ बहता हूँ,हर लहर में तेरा नाम लेकर मैं खुद को ढूंढता हूँ।तेरे बिना भी दिल की धड़कनों में तू ही बसी रहती है,बस एक तेरे वजूद से ही तो मेरी दुनिया चलती है। हर ख्वाब में तेरे संग होने का एहसास पाता…