जब जरूरत पड़े तो तस्वीरें देखिए
जब जरूरत पड़े तो तस्वीरें देखिए
जब जरूरत पड़े तो तस्वीर देखिए
मेरी आँखों में उमड़ा भी नीर देखिए
पास हैं दो दूरी आप बनाएं हैं अभी
देख सकें तो मेरी तकदीर देखिए
आइने में तो हम आपके मिल जाएंगे
अश्कों की मेरी लकीर लकीर देखिए
हम भंवर में पड़े तो हम छूट जाएंगे
नदी देखिए किनारे का तीर देखिए
प्यार से जो कटती है जिंदगी अपनी
इस योगन की भी तो तकदीर देखिए।
विद्या शंकर विद्यार्थी
रामगढ़, झारखण्ड