जनक सुता जानकी | Janak Suta Janaki
जनक सुता जानकी
( Janak Suta Janaki )
जनक सुता जगजननी जानकी
राधव प्रिया सिया अंबे मात की
अष्ट सिद्धि नवनिधि सब दाता
पवन पुत्र मां सिया गुण गाता
रघुनंदन श्रीराम प्रिय स्वामी
सारे जग के ईश्वर अंतर्यामी
अवधपुरी हो आप महारानी
लव-कुश बालक महाज्ञानी
पतिव्रता प्रभुता बल नारी
अग्नि परीक्षा तप बलधारी
लक्ष्मी रूप माता अवतारी
मिथिला नरेश जनकदुलारी
सियाराम सियाराम भज भारी
जग तारण हारे अवध बिहारी
दशरथ सुवन श्रीरामचंद्र नारी
शक्ति स्वरूपा मां सिया प्यारी
कवि : रमाकांत सोनी
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )
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