ख़ुशी की ख़ुदा वो बहार दें | Khushi shayari
ख़ुशी की ख़ुदा वो बहार दें !
( Khushi ki khuda wo bahar de )
ख़ुशी की ख़ुदा वो बहार दें!
नहीं और ग़म का ख़ुमार दें
सनम लौट आ घर मुझे मिलनें
न तू और यूं इन्तजार दें
सभी दुख दिल से भूल जाऊं मैं
कितना जिंदगी में तू प्यार दें
न अहसास हो बेवफ़ा का ही
वफ़ा तू मुझे बेशुमार दें
न दें दुश्मनी का मुझे गुल तू
मुझे दोस्ती का गुल यार दें
न करना दग़ा तू मुहब्बत में
हमेशा मुझे फूल प्यार दें
भुला यादें दिल से ही आज़म के
ख़ुदा दिल को मेरे क़रार दें
️
शायर: आज़म नैय्यर
(सहारनपुर )
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