
घुंघट
( Ghoonghat )
शर्म दर्शाता नारी घूंघट सुंदरता का आवरण
बुजुर्गों के सम्मान की छवि मर्यादा का चरण
सनातन संस्कृति में रिवाज मुगलकाल पनपा
उग्र शासक भय से कुरीतियों का किया वरण
पद्मिनी का जौहर साक्षी आन बान शान का
घूंघट बन गया था प्रतीक नारी के सम्मान का
आलोकित हो उजियारा नूर दमकना चाहिए
घुंघट प्रतीक बने अब नारी के स्वाभिमान का
रचनाकार : रमाकांत सोनी सुदर्शन
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )